पप्पू यादव के खिलाफ कोर्ट में परिवाद दर्ज

राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के रियासती सदर शरीक सांसद डा. अरुण कुमार और जनअधिकार पार्टी के सरपरस्त शरीक मधेपुरा के एमपी राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के खिलाफ मंगल को मुक़ामी चीफ़ जस्टिस मजिस्ट्रेट की अदालत में परिवाद दायर किया गया है।

मगध यूनिवेर्सिटी के साबिक़ सीनेट मेम्बर डा. चंद्रिका प्रसाद यादव ने साबिक़ में दिए गए बयान की बुनियाद बनाकर दोनों एमपी के खिलाफ अदालत में परिवाद दायर किया की है। जिसमें ज़िक्र किया गया है कि एमपी डा. अरुण कुमार ने अपने बयान में वजीरे आला नीतीश कुमार को कलेजा तोड़ने का बयान देकर रियासत की अवाम के दरमियान आपसी दुश्मनी और जोश पैदा करने का काम किया है। वहीं मधेपुरा के एमपी राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने अपने बयान में सियासतदां के खिलाफ भद्दी-भद्दी गालियां दी है।

परिवाद में पप्पू यादव के उस बयान को ज़िक्र किया गया है जिसमें कहा गया था कि सियासतदां मिले तो सूट कर देना चाहिए। यह भी ज़िक्र किया गया है कि नाग मिले तो छोड़ दीजिए लेकिन सियासतदां को मत छोड़िए। दोनों एमपी ने इस क़िस्म का बयान देकर समाज में तशद्दुद और दुश्मनी फैलाने का काम किया है।