परवेज़ आख़िरी मुक़ाबले में भी नजरअंदाज़, उम्र अबदुल्लाह की तन्क़ीद

उमीद की जा रही थी कि क्रिकेट की तारीख़ में जम्मू-ओ-कश्मीर की नुमाइंदगी करते हुए यहां के ऑल राउंडर परवेज़ रसूल एक नए बाब शुरू करेंगे

ज़िमबाब्वे के ख़िलाफ़ सीरीज़ के पांचवें और आख़िरी मुक़ाबले में भी कश्मीर से ताल्लुक़ रखने वाले ऑल राउंडर परवेज़ रसूल को नजरअंदाज़ कर दिया गया हालाँकि उमीद की जा रही थी कि जब हिंदुस्तानी टीम ने मेज़बान ज़िमबाब्वे के ख़िलाफ़ शुरूआती तीन मुक़ाबलों में जीत‌ हासिल करते हुए सीरीज़ को 3-0 से अपने नाम करलिया था

उस के बाद टीम में मौजूद चंद नौजवान खिलाड़ियों को मौक़ा दिया जाएगा जहां चौथे वन्डे में मोहित शर्मा को हिंदुस्तान की नुमाइंदगी करने का मौक़ा देते हुए उनके बैन-उल-अक़वामी केरिय‌र को शुरू किया गया जबकि टीम की नुमाइंदगी करचुके अजिंक्या राहने और चेतेश्वर पुजारा को चौथे वन्डे में क़तई 11 खिलाड़ियों में शामिल किया गया

इस के बाद आख़िरी उमीद ये थी कि आज यहां होने वाली सीरीज़ के पांचवें और आख़िरी मुक़ाबले में परवेज़ रसूल को मौक़ा दिया जाएगा लेकिन वीराट कोहली की जानिब से परवेज़ रसूल को नजरअंदाज़ कर दिया गया और इस तरह अब उन्हें हिंदूस्तान की नुमाइंदगी करते हुए अपने बैन-उल-अक़वामी केरिय‌र के आग़ाज़ के लिए मज़ीद इंतिज़ार करना पड़ेगा।

सीरीज़ में 4-0 की सबक़त हासिल करने के बाद तक़रीबन उमीद बन चुकी थी कि टीम इंतिज़ामिया 24 साला परवेज़ रसूल को क़तई ग्यारह खिलाड़ियों को मौक़ा देगा लेकिन उन्हें टीम में शामिल ना करने का फ़ैसला ग़ैर यक़ीनी रहा।

बीज बहरा इलाके से ताल्लुक़ रखने वाले 24 साला परवेज़ रसूल ने फ़स्ट क्लास क्रिकेट में काफ़ी मुतास्सिरकुण मुज़ाहरा किया है जैसा कि जम्मू-ओ-कश्मीर के लिए राणजी ट्रोफी 2012-13 -ए-में उन्होंने सब से ज़्यादा विकटें हासिल करने वाले बोलर का एज़ाज़ हासिल किया।

राणजी के 7 मुक़ाबलों में परवेज़ रसूल ने 54 की औसत से 594 रंस‌ स्कोर किए जिस में 2 सैंचुरियाँ भी शामिल हैं जबकि बौलिंग में भी उन्हों ने 18.09 की औसत से 33 विकटें हासिल करते हुए स्पिनर्स की फेहरिस्त में टूर्नामेंट के लिए तीसरे मुक़ाम हासिल किया।

परवेज़ रसूल जिन्होंने 2008-2009 -ए-सीज़न में जम्मू-ओ-कश्मीर के लिए अपने केरिय‌र का आग़ाज़ किया और उस सीज़न में उन्होंने 17 मुक़ाबलों में अपनी टीम की नुमाइंदगी करते हुए 1003 रंस‌ स्कोर किए और 46 विकटें भी हासिल कीं। परवेज़ उस वक़्त शह सुर्ख़ीयों में छा गए जब उन्हें 2012 -ए-और रवां साल‌ के अवाइल इंगलैंड और ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ वार्म अप मुक़ाबले के लिए इंडिया ए और बोर्ड प्रसीडेंट इलेवन टीम में शामिल किया गया था।

इंगलैंड के ख़िलाफ़ परवेज़ के मुज़ाहरे उतने शानदार नहीं रहे लेकिन ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ फरवरी में मुनाक़िदा टूर मुक़ाबलों में उन्हों ने 45 रंस‌ दे कर 7 विकटें हासिल कीं और अपनी टीम के लिए 36 रंस‌ के ज़रिया दूसरा इन्फ़िरादी अच्छा स्कोर बनाया। इन शानदार मुज़ाहिरों के ज़रिया ऑल राउंडर परवेज़ ने इंडियन प्रीमियर लीग के छिटे ऐडीशन में पुने वॉरियर्स इंडिया के साथ मुआहिदा करते हुए वादई कश्मीर के लिए एक तारीख़ बनाई और दौरा ज़िमबाब्वे के लिए टीम में शामिल किए जाने के बाद वो एक और तारीख़ बनाने के क़रीब थे लेकिन उन्हें पाँचवें वन्डे में भी टीम में शामिल नहीं किया गया।

जम्मू-ओ-कश्मीर के चीफ़ मिनिस्टर उमर‌ अबदुल्लाह ने परवेज़ रसूल को ज़िमबाब्वे के टूर पर नजरअंदाज़ किए जाने पर बी सी सी आई को शदीद तन्क़ीद का निशाना बनाया। उमर‌ अबदुल्लाह ने समाजी राबिता के वैब साईट पर जारी करदा अपने बयान में कहा कि किया परवेज़ को यहां से ज़िमबाब्वे तक ले जाकर उनकी हौसलाशिकनी की गई?

इस तरह की ओछी हरकत घरेलू क्रिकेट में की जाती तो कुछ और बात होती। हिंदुस्तानी टीम के क़तई ग्यारह खिलाड़ियों में परवेज़ की अदम शमूलियत पर मायूसी का इज़हार करते हुए उन्होंने बी सी सी आई से पुरज़ोर मांग‌ किया कि वो परवेज़ को मौक़ा दें ताकि वो अपनी सलाहियतों को मनवासके।

चीफ़ मिनिस्टर ने दौरा ज़िमबावे पर हिंदूस्तानी टीम की सीरीज़ में कामयाबी के बावजूद परवेज़ को नजरअंदाज़ किए जाने पर इंतिज़ामिया पर तन्क़ीद करते हुए कहा कि जम्मू-ओ-कश्मीर के खिलाड़ी को मौक़ा दिया जाना चाहिए था। परवेज़ रसूल हिंदुस्तानी 15 रुकनी टीम के वो वाहिद रुकन रहे जिन्हें पाँच मुक़ाबलों की सीरीज़ में एक मर्तबा भी मौक़ा नहीं दिया गया जबकि अजिंक्या राहने को आख़िरी मुक़ाबले में मौक़ा दिया गया।

मर्कज़ी वज़ीर-ए-ममलकत बराए फ़रोग़ इंसानी वसाइल शशी थरूर ने भी परवेज़ की अदम शमूलियत पर मायूसी का इज़हार करते हुए कहा कि जडेजा और राना को आराम देते हुए परवेज़ को मौक़ा दिया जाना चाहिए था।