करांची, 30 मार्च: (पी टी आई) पाकिस्तान के साबिक़ फ़ौजी डिक्टेटर जो 11 मई को होने वाले आम इंतेख़ाबात में हिस्सा लेने के लिए गुज़श्ता हफ़्ता वतन वापस हुए थे, आज एक अदालत ने उन के मुल्क से बाहर सफ़र पर पाबंदी आइद कर दी। इस दौरान एक ब्रहम वकील ने उन पर (परवेज़ मुशर्रफ़) पर जूता फेंक मारा।
सिंध हाइकोर्ट के चीफ़ जस्टिस मुशीर आलम पर मुश्तमिल सिंगल रुकनी बेंच ने ताहम 69 साला परवेज़ मुशर्रफ़ की ज़मानत में मज़ीद 15 दिन की तौसीअ की दरख़ास्त को कुबूल कर लिया। मुशर्रफ़ मुख़्तलिफ़ मुक़द्दमात में माख़ूज़ हैं और जिलावतनी से वापसी से क़ब्ल उन्हें ये ज़मानत मंज़ूर की गई थी।
ज़मानत क़ब्ल अज़ गिरफ़्तारी दरअसल माज़ी के मुक़द्दमात में उन्हें गिरफ़्तारी से रोक रही है। मुक़द्दमा की समाअत के बाद मुशर्रफ़ अदालत से बाहर निकल रहे थे कि एक ब्रहम वकील ने उन पर जूता फेंक मारा। इस दौरान अदालत में कई अफ़राद की ब्रहमी के मुनाज़िर देखे गए। अवाम ने जिन में वुकला भी शामिल थे, परवेज़ मुशर्रफ़ के ख़िलाफ़ नारे बाज़ी की।
टी वी फुटेज में दिखाया गया है कि परवेज़ मुशर्रफ़ और उन के साथ मौजूद अफ़राद के दरमियान एक जूता फेंका गया। जीव टी वी के मुताबिक़ एक ब्रहम वकील तजम्मुल लोधी ने अदालत की राहदारी में परवेज़ मुशर्रफ़ पर जूता फेंका जो ग़लत निशाने के सबब उन तक नहीं पहूंच सका। साबिक़ सदर को बहिफ़ाज़त अदालत के अहाता से बाहर निकाल लिया गया जबकि लोधी को पकड़ कर किसी नामालूम मुक़ाम पर मुंतक़िल कर दिया गया।
ये पहला मौक़ा नहीं था कि मुशर्रफ़ पर जूता फेंका गया। 2011 में भी इस पाकिस्तानी रहनुमा पर जूता फेंका गया था जब वो बर्तानिया में पाकिस्तानीयों के एक इजतिमा से ख़िताब कर रहे थे। परवेज़ मुशर्रफ़ आज वी आई पी इंटरॆंस से अदालत में पहूंचे लेकिन जैसे उनकी मौजूदगी की इत्तिला आम हुई, वुकला ने उन के ख़िलाफ़ एहतिजाज का आग़ाज़ कर दिया।
चंद वुकला ने चीफ़ जस्टिस के चैंम्बर्स में दाख़िला की कोशिश की जहां पुलिस और वुकला के दरमियान हाथापाई हो गई। ज़मानत में तौसीअ के लिए मुशर्रफ़ को आज शख़्सी तौर पर अदालत में हाज़िर होना ज़रूरी था जहां उन की ज़मानत में 15 दिन की तौसीअ तो कर दी गई लेकिन उन के बैरून-ए-मुल्क सफ़र पर इमतिना आइद कर दिया गया।
सिंध हाइकोर्ट के चीफ़ जस्टिस मुशीर आलम पर मुश्तमिल वाहिद रुकनी बंच ने 22 मार्च को उन्हें 10 रोज़ा ज़मानत दी थी जिस के बाद वो 2009 से जारी ख़ुद मुसल्लत जिलावतनी ख़त्म करते हुए एतवार को वतन वापस पहूंचे थे। मुशर्रफ़ जो ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग के नाम से एक सयासी जमात क़ायम कर चुके हैं, 11 मई को होने वाले आम इंतेख़ाबात में अपनी पार्टी की क़ियादत करने का इरादा रखते हैं।
चीफ़ जस्टिस मुशीर आलम ने अदालत के अहाता में साबिक़ फ़ौजी डिक्टेटर पर जूता फेंकने के वाक़िया की अदालती तहक़ीक़ात का हुक्म जारी कर दिया है।