परवेज़ रसूल बंगलादेश सीरीज़ के लिए हिंदुस्तानी टीम में शामिल

बी सी सी आई ने आज दौरा-ए-इंगलैंड के लिए टेस्ट टीम का ऐलान किया है, जिस में ग़ैर मुतवक़्क़े तौर पर खिलाड़ियों की ज़्यादा तादाद को शामिल रखा गया है जैसा कि 18 रुक्नी टीम में बाएं हाथ के ओपनर गौतम गंभीर की वापसी हुई है, जैसा कि उन्होंने दिसम्बर 2012 में आख़िरी मर्तबा हिंदुस्तान की टेस्ट सीरीज़ में नुमाइंदगी की थी।

पाँच मुक़ाबलों की टेस्ट सीरीज़ जिसका जुलाई में शुरु होगा, इस सीरीज़ के लिए टीम के सीनियर फ़ास्ट बौलर ज़हीर ख़ान सलेक्टरों का एतिमाद हासिल करने में नाकाम रहे। 35 साला फ़ास्ट बौलर ज़हीर ख़ान की इंगलैंड का दौरा करनेवाली हिंदुस्तानी टीम ने ज़ख्मी होने की वजह से शमूलीयत नहीं होपाई है लेकिन उनके कैरियर में सवालिया निशान लग चुका है, हालाँकि उन्हें रवां साल‌ के शुरु में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ 107 ओवर्स की बौलिंग दो टेस्ट मुक़ाबलों में की है, ताहम आई पी एल के दौरान वो ज़ख्मी होकर मुंबई इंडियंस की टीम से बाहर होचुके हैं।

गंभीर की देढ़ साल बाद हिंदुस्तानी टेस्ट टीम में वापसी हुई है जबकि टीम की कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, इशांत शर्मा के इलावा कोई भी खिलाड़ी इंगलैंड का तजुर्बा नहीं रखता। राजिस्थान के फ़ास्ट बौलर पंकज सिंह को टीम में मौक़ा दिया गया है और वो इंगलैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ में अपने बैनुल-अक़वामी कैरियर का आग़ाज़ करसकते हैं।

पंकज को घरेलू क्रिकेट में कई सीज़न तक कामयाब मुज़ाहरा करने का सिला दिया गया है जिस में राणजी ट्रोफी 2013-14-ए-में 22.46 की औसत से 9 विकटों का हुसूल भी शामिल है। हिंदुस्तानी टीम जिस ने 2002 में आख़िरी मर्तबा वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ पाँच टेस्ट मुक़ाबलों की सीरीज़ खेली थी, जिस के बाद ये पहला मौक़ा होगा कि इंगलैंड के ख़िलाफ़ महेंद्र सिंह धोनी की ज़ेर-ए-क़ियादत टीम पाँच टेस्ट मुक़ाबलों में शिरकत करेगी, नीज़ गुजिश्ता तीन सालों के दौरान हिंदुस्तानी टीम बैरूनी सरज़मीन पर टेस्ट में कामयाबी हासिल नहीं की है।

बंगलादेश के ख़िलाफ़ खेली जाने वाली तीन मुक़ाबलों की वन्डे सीरीज़ के लिए जहां सुरेश राना को टीम की क़ियादत देते हुए महेंद्र सिंह धोनी और वीराट कोहली को आराम दिया गया है, वहीं इस टीम में परवेज़ रसूल को शामिल किया गया है हालाँकि परवेज़ रसूल, वीराट कोहली की क़ियादत में दौरा‍ जिम्बाब्वे के मौक़ा पर टीम में शामिल थे लेकिन उन्हें बैनुल-अक़वामी कैरियर के आग़ाज़ का मौक़ा फ़राहम नहीं किया गया था।