पलामू : बरवाडीह-चोपन डाउन सीसीबी ट्रेन से पीर की रात मुजरिमों ने केचकी और मंगरा स्टेशन के दरमियान शायदा खातून को नीचे फेंक दिया। इससे जाएहादसा पर ही उसकी मौत हो गई। मुजरिमों ने शायदा खातून के साथ उसके बहनोई के भाई मंसूर अंसारी को चाकू से मारकर जख्मी कर दिया। लड़की गढ़वा के भंडरिया ब्लाक के महुआटीकर के रहने वाले अलाउद्दीन अंसारी की बेटी है, जबकि जख्मी नौजवान इसी ब्लाक के बड़गड़ उगरा का रहने वाला है।
जख्मी मंसूर अंसारी ने बताया कि एक केस के मामले में शायदा खातून उसके साथ रंका पुलिस के पास गवाही देने के लिए गई थी। गवाही देने के बाद रात नौ बजे दोनों गढ़वा से सीसीबी ट्रेन से बरवाडीह आ रहे थे। यहां से दोनों को अपने चाचा के घर बांसडीह जाना था। केचकी से ट्रेन खुलते ही 10-12 की तादाद में मुजरिम आए और सिर्फ उसी से नकद 700 रुपए और मोबाइल लूट लिए। मुजरिमों ने दीगर मुसाफिरों को कुछ नहीं किया।
मंसूर ने बताया कि मुजरिम शायदा को पकड़कर ले जाने लगे। रोकने पर एक मुजरिम ने उसकी कनपटी पर पिस्टल सटाते हुए जान से मारने की धमकी दी और दूसरा ने हाथ में चाकू से मार कर जख्मी कर दिया। इसके बाद मुजरिमों ने शायदा को जबरदस्ती ले जाकर ट्रेन से नीचे फेंक दिया और मंगरा स्टेशन के पास ट्रेन रोक कर भाग निकले। सुबह में जांच के दौरान में ट्रैकमैन ने बॉडी मिलने की इत्तिला अपने अफसरों को दी। इसके बाद आरपीएफ और जीआरपी की टीम ने लाश का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने इस सिलसिले में एक मामला डाल्टनगंज थाने में दर्ज किया है।