पवार को थप्पड़ मारने वाला तिहाड़ जेल भेजा गया

नई दिल्ली २५ नवम्बर: शरद पवार को थप्पड़ मारने वाले नौजवान को दिल्ली की एक अदालत ने(आज)जुमा को तिहाड़ जेल भेज दिया।

हरविंदर सिंह नामी इस नौजवान ने पिछले हफ्तॆ साबिक वज़ीर् मवास्लत ( former telecom minister) सुखराम पर भी हमला किया था। पेशे से ट्रांसपोर्टर हरविंदर रोहणी में रहता है।

मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट जसजीत कौर ने 27 साला हरविंदर को नौ दिसंबर तक अदालती हिरासत में भेजने का हुक़्म् दिया। उसे पुलिस सख्त् सिक्यॊरिटी में अदालत ले कर आई थी।

हरविंदर पर 71 साला आवामी नुमाइन्दा पवार पर जुमॆरात को हमला करने, उन्हें धमकाने और अपनी छोटी सी कृपाण से खुद की कलाई काट कर खुद्कुशी करने की कोशिश का इल्ज़ाम् है।

पटियाला हाउस अदालत कॆ अहातॆ के बाहर जमॆ राकांपा कार्कुनॊ ने हरविंदर के खिलाफ नारे लगाए और ट्रैफिक बन्द् कर दिया। बाद में उन्होंने मुल्जिम् पर हमले की कोशिश भी की। पुलिस ने अदालत में कहा कि हरविंदर समाज के लिए खतरा है और उसे रिहा नहीं किया जाना चाहिए। इसके बाद अदालत ने उसे अदालती हिरासत में भेजने का हुक़्म दिया। अदालत अहातॆ में सिंह ने अपने किए पर कोई पछतावा नहीं जाहिर किया और ‘भगत सिंह जिन्दाबाद, राजगुरू जिन्दाबाद’ जैसे नारे लगाए। उसने यह भी कहा कि उसने जो किया, उसे वह दोहराएगा।

बाद में पुलिस उसे अदालत के हुक़्म् के बाद जब ले जा रही थी तब राकांपा के करीब 25 हामियॊं ने उस पर हमले की कोशिश की। हालांकि पुलिस उसे लॉकअप तक ले जाने में कामयाब रही। पुलिस आफीसर्स ‘शरद पवार जिन्दाबाद’ जैसे नारे लगा रहे राकांपा हामियॊं को अदालत कॆ अहातॆ से बाहर जाने के लिए समझाया। राकांपा कार्कुनॊ ने इंडिया गेट के करीब ट्रैफिक् ब्लाक् कर दिया लेकिन करीब दस मिनट बाद पुलिस ने उन्हें तितर-बितर कर दिया।

अदालत की कार्यवाही के दौरान सिंह ने अपने बचाव के लिए वकील रखने से मना कर दिया और कहा कि उसे सरकार से कोई उम्मीद नहीं है। वज़ीर ज़रात् पवार जुमॆरात् को यहां एनडीएमसी हाल में मुनाकिद् ‘श्रीलाल शुक्ल याद् इफको अदब ज़शन’ में शिरकत करने के बाद बाहर निकल रहे थे। जब वह चलते- चलते सहाफियॊ से बात कर रहे थे, तभी हरविंदर ने शरद पवार के गाल पर थप्पड़ मार दिया। इस नौजवान ने ही बीते हफ्तॆ ( saturday) को रोहिणी की अदालत में साबिक् वज़ीर मवासलत(Telecom Minister) सुखराम पर भी हमला किया था। उस दिन सुखराम को 1996 के घोटाले के एक मामले में पांच साल की सजा सुनाई गई थी।

इस वाक्यॆ के फौरी तौर् कॆ बाद हाल् में मौजूद एनडीएमसी और इफको के जाती हिफाजत गार्डो ने नौजवान् को पकड़ लिया। एक अफसर ने नौजवान को काबू में कर लिया। इस नौजवान ने चिल्ला कर कहा था ‘वह [पवार] क्रप्ट् हैं।’ वकीलों का कहना है कि उस पर लगाए गए इल्ज़ाम् गैर जमानती फितरत् के हैं।