अंकारा: तुर्की के राष्ट्रपति रजब तय्यिप एरदोगन ने सख्त नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए पश्चिमी देशों को अपने काम से काम रखने की हिदायत दी है. उनकी नाराज़गी इस बात को लेकर थी कि जहां पश्चिमी देशों में कोई आतंकी हमला होता है और पांच-सात लोग भी मर जाते हैं तो ये वेस्टर्न देश पूरी दुनिया सर पे उठालेते हैं और आग सी लगाने की बात करते हैं लेकिन जब तुर्की में तख्ता पलट की कोशिश की गयी तो ये बजाय तुर्की की संवैधानिक संस्थाओं के प्रति सहानुभूति दिखाने के उन लोगों के साथ दिखाई पड़ रहे हैं जो असल में सरकार गिराने आये थे. तुर्की के मशहूर नेता ने कहा कि वो 52% आम वोट के साथ चुनाव जीत के आये हैं और इस बात का सम्मान होना चाहिए.
मालूम हो कि पश्चिमी देश इस बात से ख़ुश नहीं है कि 15 जुलाई की तख्ता-पलट की कोशिश के बाद से मुल्क में ज़बरदस्त गिरफ़्तारियाँ हुई हैं, कुल 18000 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है और 3 महीनों के लिए आपातकाल की घोषणा कर दी गयी है.