कोलकाता। पश्चिम बंगाल के नई हट्टी के हाजी नगर में हुए सांप्रदायिक हिंसा के बाद जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में बढ़ते हिंसा के लिए भाजपा को जिम्मेदार बताया है और सांप्रदायिक ताक़तों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए पुलिस विभाग को सख्त कार्रवाई के निर्देश जारी किये हैं वहीं भाजपा ने इस मामले में प्रशासन की आलोचना करते हुए सरकार पर उग्रवादी संगठनों के प्रति नरम रवैया रखने का आरोप लगाया। दूसरी ओर, तीन तलाक के विवाद को आश्चर्यजनक बताते हुए राज्यसभा सांसद रूपा गांगुली ने तलाक मामले में भारतीय संविधान में मुस्लिम महिलाओं को न्याय मिलने की जरूरत पर ज़ोर दिया है।
ई टीवी से बात करते हुए रूपा गांगुली ने शरई कानून से अलग हटकर भारतीय संविधान में महिलाओं को आवाज उठाने की गुंजाईश निकाले जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा अगर कोई शरई कानून पर अमल करता है तो उसका सम्मान होना चाहिए लेकिन अगर कोई भारतीय संविधान के तहत आवाज़ उठाए तो उसे भी अधिकार मिलना चाहिए। उल्लेखनीय है कि ट्रिपल तलाक़ के मामले में मुस्लिम महिलाओं ने शरई क़ानून में किसी के दखल देने की मुखालफत की है.
बांग्लादेशी उग्रवादी संगठनों को राज्य में शरण देने का आरोप लगाते हुए पश्चिम बंगाल में बढ़ते हिंसा के लिए तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार बताया। एमपी रूपा गांगुली ने राजनीतिक दलों को मुसलमानों के वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए मुसलमानों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए आगे आने की अपील की। भाजपा ने यूनिफार्म सिविल कोड के खिलाफ मुसलमानों के विरोध को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इस मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी अपना पक्ष सामने लाने की जरूरत पर जोर दिया। बांग्लादेश में अवामी लीग के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए गईं रूपा गांगुली ने बांग्लादेश दौरे को महत्वपूर्ण बताते हुए बंगाल और बांग्लादेश के बीच रेल सेवा के बेहतर होने की उम्मीद जताई।