पश्चिम बंगाल में हिन्दू लड़कों को VHP की सलाह- मुस्लिम लड़कियों से शादी कर बदलें उनका धर्म

कोलकाताः पश्चिम बंगाल में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने इस बार लव जिहाद के मामलों को पूरी तरह से बदलने का बीड़ा उठा लिया है. VHP हिंदू युवकों को सलाह दे रही है कि वह मुस्लिम लड़कियों से शादी करें और उन्हें अपने महान धर्म का हिस्सा बनाएं. इस अभियान के तहत वीएचपी कार्यकर्ता घर-घर जाकर पैम्फलेट बांट रहे हैं. इसमें हिंदू युवकों को दी जा रही सलाह के साथ हिंदू युवतियों को चेतावनी भी दी गई है और कहा गया है कि वह लव जिहाद का शिकार होने से बचें. वीएचपी की ओर से लव जिहाद के मामलों में पीड़िता की मदद करने की भी बात कही गई है.

इंडिया टुडे ग्रुप की खबर के अनुसार, विश्व हिंदू परिषद की पश्चिम बंगाल इकाई के नेताओं का कहना है कि हिंदू युवकों को हिंदुओं की तरह सोच रखने वाली मुस्लिम लड़कियों से शादी करनी चाहिए और उन्हें हिंदू धर्म का हिस्सा बनाना चाहिए. वीएचपी की ओर से जो पैम्फलेट बांटे जा रहे हैं उसमें हिंदू युवतियों को बताया गया है कि उन्हें क्या करना चाहिए. इसमें कहा गया है कि हिंदू महिलाएं हिंदू संस्कृति का सम्मान करें, शादीशुदा महिलाएं सिंदूर लगाएं और मंगलसूत्र पहनें.

पैम्फलेट में लिखा है कि देवभक्ति भी देशभक्ति का ही एक स्वरूप है. हिंदू महिलाएं धार्मिक त्योहार मनाएं और हिंदू होने पर गर्व करें. इसमें हिंदू महिलाओं को रामायण, महाभारत और गीता पढ़ने की सलाह भी दी गई है. वीएचपी नेताओं का आरोप है कि मुस्लिम युवक हिंदू लड़कियों को बहला-फुसलाकर अपने जाल में फंसा रहे हैं. गौरतलब है कि वीएचपी की लव जिहाद के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम का फायदा बीजेपी को साफ मिलता दिखाई दे रहा है. दरअसल हाल ही में हुए पंचायत चुनाव में इन्हीं सब मुद्दों की वजह से बीजेपी ने कई क्षेत्रों में कब्जा जमाया. यह वह इलाके थे जहां बीजेपी का जनाधार केवल न के बराबर था.

वीएचपी के इस अभियान का समर्थन करते हुए बीजेपी महासचिव राहुल सिन्हा ने कहा, ‘लव जिहाद को राज्य में राजनीतिक समर्थन मिल रहा है. काफी लंबे समय से यहां के नेता धर्म के नाम पर इसे प्रोत्साहित कर रहे हैं लेकिन धीरे-धीरे लोग इसके बारे में जागरूक हो गए हैं और मुझे उम्मीद है कि अब हालात बेहतर होंगे.’ वीएचपी के अभियान को सोची-समझी चाल मानते हुए तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सांसद इदरीस अली कहते हैं, ‘कौन क्या खाए, कौन किससे शादी करे, क्या अब ये विश्व हिंदू परिषद तय करेगा? बीजेपी की परवाह किए बिना आज भी हिंदू युवक खुशी से मुस्लिम युवती से और मुस्लिम युवक हिंदू युवती से शादी कर रहे हैं. ये सांप्रदायिक विभाजन करने की सिर्फ एक चाल है.’