पश्चिम बंगाल: हिंसा की भेट चढ़े 12 हिन्दुओं को कारोबार शुरू करने के लिए मुसलमान ने दिया आर्थिक मदद

रामनवमी के अवसर पर एक तरफ जहां हिंसक झड़प के बाद राजनीतिक पार्टियों के नेता जुबानी जंग में लगे हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ आसनसोल के एक मुस्लिम व्यापारी ने आपसी सौहार्द्र मिसाल पेश करते हुए हिंसा की भेंट चढ़ चुके 12 हिंदुओं को आर्थिक सहायता मुहैया कराई।

आसनसोल के चंदमारी शिवमंदिर एरिया में हिंदू धर्म के 12 लोगों की दुकानें हिंसा की भेंट चढ़ गईं। इसे देखते हुए यहां के कुरैशी मोहल्ला के रहने वाले व्यापारी हाजी नहनाने खान ने प्रत्येक को 10 हजार रुपए की सहायता मुहैया कराई।

उन्होंने कहा, ‘हम यहां पिछले कई सालों से साथ में ही बिजनस कर रहे थे। मैंने केवल अपनी तरफ से छोटी सी मदद ही की है। मैं विश्वास करता हूं कि अन्य इलाकों में रह रहे लोग भी अपने पड़ोसियों की मदद के लिए आगे आएंगे।’

पान की दुकान लगाने वाले उमाशंकर गुप्ता, मनोज यादव और निरंजन शॉ ने खान की तारीफ करते हुए कहा, ‘हिंसा की भेंट चढ़ने के बाद हमारे पास बिजनस शुरू करने के लिए पैसे नहीं थे। ऐसे में खान हमारे दुकानों पर आए और निराश नहीं होने की बात कही। उन्होंने हमारी आर्थिक सहायता की।’

आसनसोल के मेयर जितेन्द्र तिवारी ने भी मृतकों के लिए 2 लाख का मुआवजा देने के साथ ही 10 हजार की सहायता उन लोगों को भी देने का ऐलान किया, जिनकी संपत्तियों का नुकसान हुआ है।

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने इस बीच रानीगंज-आसनसोल इलाके में हुई हिंसा पर संज्ञान लेते हुए पश्चिम बंगाल सरकार से एक महीने के अंदर जवाब देने को कहा है।