पसमांदा किशनगंज में इल्म की शाम्मा रौशन

आज हमारे लिए खुशी और तारीख का दीन है, जब हम हिंदुस्तान के इस पसमांदा इलाक़े में इल्म की एक बड़ी शाम्मा रौशन कर रहे हैं, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवरसिटी का संग बुनियाद बिहार और किशनगंज की तालीम व तरक़्क़ी के लिए तारीख का रौशन बाब है। इससे न सिर्फ बिहार बल्कि बंगाल समेत शुमाल मशरिकी रियासतों को फाइदा होगा। साथ ही अक्लियतों में तालीम का तनासिब बढ़ेगा। इन खयालात का इज़हार आज यहाँ हुक्मरान यूपीए के सरबराह सोनिया गांधी ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का संग बुनियाद रखने के बाद जलसा आम से खिताब करते हुये किया।

उन्होंने भाजपा या नरेंद्र मोदी का बिना नाम लिये कहा कि कुछ पार्टी के लोग सिर्फ कुरसी के लिए सियासत करते हैं। उन्हें मुल्क की तरक्की से उनका कोई सरोकार नहीं है। आज मुल्क एक नाजुक दौर से गुजर रहा है। हमें तय करना है कि हम बड़े दिलवाले के साथ जायेंगे या छोटे सोच वाले के साथ। तरक्की के लिए भाईचारा व अमन चैन जरूरी है। समाज को तक़सीम करने वाली ताकतों से होशियार रहने की जरूरत है। उन्होंने अपने तक़रीर की शुरुआत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को याद करते हुए की और कहा, आज फिरका परस्त ताकतों से लड़ने व उसके खात्मे के अहद का दिन है। फिरकावाराना ताकतें हमें गुमराह कर रही है व अपने मुल्क की बुनियाद को कमजोर कर रही है। फिरकापरस्त से समाज में भाईचारा खतरे में पड़ेगा, इसलिए हम सभी को एकजुट होकर फिरका परस्ती ताकतों से लड़ना होगा।

एएमयू की शाख की क़याम का क्रेडिट मुक़ामी कांग्रेस एमपी मौलाना असरारुल हक कासमी को देते हुए सोनिया ने कहा कि यह किशनगंज व सीमांचल के विकास में एक नयी इबारत है। इससे मॉडर्न तालीम तेजी से होगा। बिहार तालीम का पुराना सेंटर रहा है। इस विरासत को और मजबूत बनाना है। तालीम और तरक़्क़ी का फाइदा समाज के आखरी पायदान पर खड़े सख्स को मिले, यही हमारी सोच है।

सभा को कांग्रेस के रियासती सदर अशोक चौधरी, कांग्रेस एमएलए पार्टी के लीडर सदानंद सिंह, एमपी मौलाना असरारुल हक कासमी ने भी खिताब किया। प्लेटफोरम पर कांग्रेस जेनरल सेक्रेटरी सीपी जोशी, एमएलए परेश धनानी, केएल शर्मा, मुक़ामी एमएलए डॉ जावेद आजाद, तौसीफ आलम वगैरा मौजूद थे।