आल इंडिया महात्मा फुले कोनसिल के क़ौमी सदर और महाराष्ट्र हुकूमत के वज़ीर छगन भुजबल ने कहा कि मुल्क में पसमांदा तबकात की आबादी 54 फीसद है। इसलिए मुल्क की इक्तिदार पसमंदा तबकात को मिलनी चाहिये। उन्होंने बिहार की आवाम से लोकसभा इंतिख़ाब में ज़्यादा से ज़्यादा तादाद में में जिताने की दरख्वास्त की। उन्होंने कहा कि हमलोगों ने ज़ात की बुनियाद पर मरदम शुमारी कराने की मुतालबा की थी, लेकिन हुकूमत अदाद व शुमार अवामी नहीं कर रही है। अदालती निज़ाम में भी पसमांदा को रिज़र्वेशन मिले। मिस्टर भुजबल इतवार को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आल इंडिया महात्मा फूले कोनसिल की तरफ से मुनक्कीद शहीद जगदेव प्रसाद जयंती तकरीब को खिताब कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बाबू जगदेव प्रसाद पसमांदा तबकों की लड़ाई लड़ते थे। इसलिए जागीरदाराना ताकतों ने उनकी 40 साल पहले कत्ल करवा दी थी। जिसकी आबादी जितनी है उसी के हिसाब से इक्तिदार में हिस्सेदारी होनी चाहिये। कुशवाहा की तादाद 11 फीसद है जो बहुत बड़ी ताकत है।
उन्होंने कहा कि मैं किसी भी पार्टी का तबलिग करने नहीं आया हूं,लेकिन जो समता कोनसिल के ख्यालों को लेकर आगे बढ़ रहे हैं उन्हें बिहार की आवाम लोकसभा भेजे। इस मौके पर क़ौमी लोक समता पार्टी के सदर व साबिक़ एमपी उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि कुछ लोग मुझे याचक समझ रहे हैं। अब कोई याचक नहीं समझे। हम दोस्त-दुश्मन की पहचान करेंगे। जगदेव बाबू के ख्यालों की बातें करने वालों ने गुजिशता 40 सालों में उनके ख्वाबों को मिट्टी में मिलाने का काम किया है। लोगों ने जगदेव बाबू की ख्यालों को इस्तेमाल किया है और जरूरत पूरी होने पर उन्हें धकेल दिया। मुझ पर किसी ने मदद नहीं की थी। वह हमारा हक़ था। प्रोग्राम की सदारत कोनसिल के रियासती सदर सत्यानंद दांगी ने की। प्रोग्राम को बिहार इंचार्ज बापू भुजबल, रामबिहारी सिंह, प्रो. विजय कुशवाहा, विनोद कुशवाहा वगैरह ने भी खिताब किया। मंच का ऑपरेशन अरुण कुशवाहा ने किया।