पसमांदा तबके के तालिबे इल्म को नहीं मिल रही स्कॉलर्शिप

झारखंड के दीगर पसमांदा तबके (ओबीसी) के 1.55 लाख तालिबे इल्म पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप की रकम से महरूम हैं। तमाम दूसरे रियासतों में तकनीकी और दीगर अदारों में पढ़ाई कर रहे हैं। हुकूमत साल 2012-13 से इन तालिबे इल्म को स्कॉलर्शिप का फाइदा नहीं दे रही है।

2012-13 में 55 करोड़ और 2013-14 में स्कॉलर्शिप की रकम का बकाया एक अरब रुपये हो गया है। यानी इन तालिबे इल्म में 155 करोड़ रुपये नहीं बांटे गये हैं। हुकूमत एडमिशन की रकम (50 हजार रुपये तक) और सालाना रख-रखाव मेंटेनेंस फीश के तौर में 15 हजार रुपये फी तालिबे इल्म देती है।

क़ाबिले ज़िक्र है कि फ्लाह बोहबुद महकमा रियासत मंसूबा आकार में दीगर पसमांदा तबके के लिए 40 करोड़ रुपये स्कॉलर्शिप के लिए तय करता है, जबकि मरकज़ हुकूमत 20 से 22 करोड़ रुपये ही तक़सीम करती है। बजट तजवीज के मुक़ाबले में बकाये रकम की मूताल्बा लगातार बढ़ रही है। फ्लाह बोहबुद महमका के अफसरों की मानें, तो साल 2012-13 में 55 हजार और 2013-14 में एक लाख तालिबे इल्म को स्कॉलरशिप की रकम नहीं मिली है। अफसरों का कहना है कि मुसलसल तालिबे इल्म की तादाद बढ़ रही है। साल 2014-15 में दीगर पसमांदा तबके की जमरे में महज़ रियासत से ही स्कॉलर्शिप के लिए 2,24,449 दरख्वास्त आये हैं। रियासत के बाहर के दरख्वास्त की अब तक गिनती नहीं हुई है।