पसमांदा मुस्लमानों केलिए 4.5% तहफ़्फुज़ात नाकाफ़ी : मौलाना क़ासिमी

कांग्रेस के पारलीमानी रुकन मौलाना इसरार-उल-हक़ क़ासिमी ने यू पी ए हुकूमत पर ये ज़ोर देते हुए कि वो आर टी ई एक्ट की इन गुंजाइशों को ख़तम करे जो आईन की दफ़ा 29 और 30 से टकरा सकती हैं कहा है कि मदारिस और पाठशालाओं में फैली बेचैनी के पेशे नज़र ऐसा किया जाना नागुज़ीर हे और इसी के साथ मुजव्वज़ा डाइरेक्ट टैक्स कोड से भी मज़हबी और फ़लाही ट्रस्टों को मुस्तसना किया जाना चाहीए।

पार्लीमैंट में आम बजट पर बहस में हिस्सा लेते हुए मौलाना क़ासिमी ने किशनगंज में ए एम यू सेंटर के काज़ की तरफ़ भी हुकूमत की तवज्जा मबज़ूल कराई और कहा कि एक तरफ़ जहां ऐसे कई सेंटर्स क़ायम हो चुके हैं वहीं ए एम यू किशनगंज सेंटर ज़मीन मिल जाने और हुकूमत बिहार और ए एम यू के दरमयान मुआहिदा हो जाने के बावजूद भी अब तक नहीं खुल पाया है ।

उन्होंने कहा कि इस सेंटर का काम अब शुरू हो जाना चाहीए और सरकार से मेरा और बिहार के करोड़ों लोगों का मुतालिबा है कि जल्द से जल्द इसे मंज़ूरी दी जाए और इसके लिए फ़ौरी तौर पर फ़ंड अलॉट किया जाए बसूरत दीगर अवाम के दरमयान ज़बरदस्त मायूसी फैल सकती है।

मौलाना इसरार-उल-हक़ क़ासिमी ने पसमांदा मुस्लमानों के लिए 4.5%फ़ीसद रिज़र्वेशन को इंतिहाई नाकाफ़ी क़रार देते हुए मुतालिबा किया कि उसे बढ़ा कर 8.5% किया जाए ।