राजस्थान के अलवर में गौरक्षकों की पिटाई से मारे गए पहलू खान को अभी इंसाफ मिलना बाकी है। पहलू के परिवार वाले अपने मुखिया की हत्या करने वाले अपराधियों को सज़ा दिलाने की मांग लगातार कर रहे हैं।
हालाँकि समाज के तमाम लोग पहलू के परिवार की मदद करने के लिए आगे आए हैं। बीते दिनों स्वराज इंडिया के योगेन्द्र यादव और सद्भावना मंच के सदस्यों ने उनके परिवार से मुलाकात कर उन्हें गाय भेंट की थी।
इस बीच अब मशहूर शायर इमरान प्रतापढ़ी ने एक नज्म लिखकर पहलू खान की बूढ़ी मां का ज़िन्दगी भर खर्च उठाने की बात कही है।
इमरान प्रतापढ़ी ने अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा है……
एक बूढी सी मॉं की कहानी है ये,
ऑंसुओं संग सबको सुनानी है ये !
ख़ुशनसीबी कहूँ, बदनसीबी कहूँ,
मुझको अफ़सोस मेरी ज़ुबानी है !
इस बुझी ऑंख के जुगनुओं के लिये,
इसके सूखे हुए ऑंसुओं के लिये !
सिर्फ अलवर के पहलू का क़िस्सा नहीं,
मेरे ऑंसू हैं सब पहलुओं के लिये !
एक रोती बिलखती हुई अंधी मॉं,
इस बुढापे में उसका सहारा गया !
गाय माता का जयकार करते हुए,
गर्व से मौत के घाट उतारा गया !!
ये तस्वीर है अलवर में मारे गये पहलू खान की 85 साल की दोनों ऑंख से अँधी मॉं की !
गाय के नाम पर आतंक मचाने वाले गाया माता के बेटों ने एक मॉं का बेटा छीन लिया है !!
शर्मिंदा हूँ समाज की मरती हुई इंसानियत पर, अफसोस कि समाज के सारे ठेकेदार चुप हैं !
सरकार ने कोई मदद नहीं की है अब तक इस परिवार की, परिवार बहुत बड़ा है, घर की हालत बेहद ख़राब है, कमाने वाला कोई नहीं, आप सबसे गुज़ारिश है कि पहलू के परिवार की मदद के लिये हाथ आगे बढाइये !
मैं बहुत जल्द पहलू की अम्मी से मिलने जाऊँगा, और जो बन पड़ेगी मदद भी करूँगा, और जब तक ये ज़िंदा रहेंगी, सारी ज़िंदगी इनका ख़र्च उठाऊँगा, ये मेरा ख़ुद से वादा है।