पहलू खान के बेटे पर फायरिंग: अभी तक पुलिस नहीं कर पाई किसी को गिरफ्तार!

29 सितंबर को दिल्ली जयपुर हाइवे से बहरोड़ कोर्ट में आते वक्त पहलू खां के बेटे और गवाहों की गाड़ी पर कथित फायरिंग की घटना सामने आने के बाद पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी थी।

लेकिन इस मामले में की जांच में जुटी पुलिस के हाथ अब तक खाली ही है। घटना के साक्ष्य जुटाने में जुटी नीमराणा थाना व अलवर पुलिस के हाथ कोई साक्ष्य नहीं मिलने से पुलिस आज भी घटना की पुष्टि नहीं कर रही है।

इधर पहलू खां केस से जुड़े प्रतिपक्ष के वकील हुकमचन्द व अन्य की ओर से सामने आए बयान में कहा गया है कि ‘ये पहलू के बेटों ओर गवाहों की ओर से केस ट्रांसफर कराने की मंशा हो सकती है। इससे ज्यादा इस कथित फायरिंग मामले में कुछ नजर नहीं आता’।

हालांकि पुलिस की अब तक कि जांच पड़ताल से तो लगता है बहुचर्चित पहलू खां हत्याकांड मामले में शनिवार को बहरोड़ पेशी पर आ रहे पहलू खां के बेटों व गवाहों पर फायरिंग नहीं हुई।

क्योंकि पुलिस की मानें तो प्रकरण में पुलिस ने अब तक करीब डेढ़ दर्जन बिंदूओं पर गहनता से पड़ताल की लेकिन एक भी बिंदू से घटना की पुष्टि नहीं हुई। घटना सही है या गलत फिलहाल इस बारे में पुलिस अधिकारी स्पष्ट रूप से खुलासा करने से बच रहे हैं।

गौरतलब है कि 1 अप्रैल 2017 को बहरोड़ से पिकअप में गाय लेकर निकल रहे जयसिंहपुर थाना नूह (हरियाणा) निवासी पहलू खां के साथ भीड़ ने मारपीट कर दी थी। घटना के दो दिन बाद पहलू खां की उपचार के दौरान मौत हो गई। इसी मामले में मृतक पहलू खां का पुत्र इरशाद व आरिफ और गवाह अजमत, रफीक और एडवोकेट असद हयात 29 सितंबर को सुबह कार से बहरोड़ कोर्ट में गवाही के लिए आ रहे थे।

तभी उन्होनें पुलिस को यह सूचना दी कि बहरोड़ से 8-9 किलोमीटर पहले एनएच-8 पर एक काले रंग की स्कोर्पियो गाड़ी में सवार अज्ञात बदमाशों ने उनके ऊपर फायरिंग की। इसके बाद वे अलवर आकर पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह से मिले।

पुलिस ने घटना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल नीमराणा थाने में प्रकरण दर्ज कर तफ्तीश शुरू की। प्रकरण में पुलिस ने गहन पड़ताल की है लेकिन बावजूद इसके पहलू खां के बेटों और गवाहों पर फायरिंग की बात सामने नहीं आई है।