तेलंगाना असेंबली के पहले इजलास के आख़िरी दिन हुकूमत को अपोज़ीशन जमातों की मुख़ालिफ़त का सामना करना पड़ा। तेलंगाना की तामीर-ए-नौ के मसला पर मुत्तहदा काम करने का अह्द करनेवाली अपोज़ीशन जमातों ने इजलासके आख़िरी दिन हुकूमत को अपना असली रंग दिखाया और कांग्रेस, तेलुगु देशम और बी जे पी की ग़ैर मुतवक़्क़े मुख़ालिफ़त से चीफ़ मिनिस्टर चन्द्र शेखर राव भी हैरत में पड़ गए। उन्हें अपोज़ीशन से बार बार अपील करनी पड़ी कि वो अवामी भलाई से मुताल्लिक़ उन क़रारदादों को सयासी रंग ना दें।
इस के बावजूद पोलावरम के मसला पर इन तीनों जमातों ने के सी आर को घेरने की कोशिश की। इस मसला पर तेलुगु देशम अरकान की हंगामा आराई के बाइस ऐवान की कार्रवाई कुछ देर के लिए मुतास्सिर हुई। चीफ़ मिनिस्टर कीजानिब से क़रारदादों की मंज़ूरी के बाद कांग्रेस के उत्तम कुमार रेड्डी ने रियासत के लिए ख़ुसूसी मौक़िफ़ के मुतालिबा की ताईद करते हुए बाअज़ तजावीज़ पेश की।
उन्हों ने कहा कि तेलंगाना हुकूमत की जानिब से ख़ुसूसी मौक़िफ़ के हुसूल के लिए मर्कज़ को जो दलायल पेश किए जा रहे हैं वो कमज़ोर हैं लिहाज़ा क़रारदाद में तरमीम की जानी चाहीए। चीफ़ मिनिस्टर ने मुदाख़िलत करते हुए तरमीमात को क़ुबूल करने से इत्तिफ़ाक़ किया।
तेलुगु देशम के वेंकट वीरया के इस रेमार्क ने ऐवान में गड़बड़ पैदा करदी जिस में उन्हों ने चन्द्र शेखर राव पर इल्ज़ाम आइद किया कि वो रियासत की तक़सीम के मौक़ा पर पोलावरम के मसला परख़ामोश रहें। उन्हों ने चीफ़ मिनिस्टर से सवाल किया कि यही समाजी तेलंगाना है जिस की तशकील का अह्द किया गया था। टी वेंकटेश्वर लो( वाई एस आर कांग्रेस) एस राजिया ( सी पी कट) और रवींद्र कुमार ( सी पी आई) ने भी क़रारदादों की ताईद की और तजावीज़ पेश कीं।