इसराईली जंगी तैयारों ने पाँच घंटों की आरिज़ी जंग बंदी के एक बाद बार फिर ग़ाज़ा पर अपनी वहशयाना बमबारी और हमलों का सिलसिला शुरू कर दिया है। ये जंग बंदी भी अचानक ख़त्म हो गई जब इसराईल ने इल्ज़ाम आइद किया कि हम्मास के अस्करीयत पसंदों की जानिब से जंग बंदी के लिए जारी ज़बरदस्त सिफ़ारती कोशिशों के बावजूद इसराईल में राकेट्स दागे़ हैं।
गुज़िश्ता 10 दिन से जारी इसराईली बमबारी और हमलों में अब तक 230 फ़लस्तीनी जांबाहक़ हो गए हैं। कहा गया है कि अक़वामे मुत्तहिदा की ख़ाहिश पर इंसानी इमदाद पहूँचाने के मक़सद से पाँच घंटों के लिए आरिज़ी जंग बंदी की गई थी ताहम ये मुद्दत ख़त्म होते ही इसराईल के हमलों का दोबारा आग़ाज़ हो गया और पूरी शिद्दत के साथ बमबारी की जा रही है।
कहा गया है कि इसराईल के फ़िज़ाई हमलों में दो फ़लस्तीनी ज़ख़्मी हुए हैं। कम अज़ कम तीन मोर्टार शेल्स ग़ाज़ा से दागे़ जाने का इसराईली फ़ौज ने दावा किया है और कहा कि इस शलबारी के नतीजा में एक इसराईली फ़ौजी ज़ख़्मी हो गया है।
इसराईली दिफ़ाई अफ़्वाज ने कहा कि इसराईली फ़ौज की जानिब से इस शलबारी का शिद्दत के साथ जवाब दिया गया है।