पाँच दलित छात्रों को मानहानि के आरोप में 6 महीने बाद मिली जमानत

हैदराबाद: पाँच दलित छात्रों को मानहानि के आरोप में 6 महीने की सज़ा दी गयी है। दोषियों के घर की व्यवसायिक और परिवार की स्तिथी खराब होने के कारण कोर्ट का कहना है कि इस केस में फाइन लगाना उचित नहीं होगा। इंग्लिश एंड फॉरेन लैंग्वेज यूनिवर्सिटी के जर्मनिक स्टडीज डिपार्टमेंट की अध्यक्ष मिनाक्षी रेड्डी ने पांच दलित छात्रों के खिलाफ 2013 में मानहानि का केस दर्ज किया है।

रेड्डी के अनुसार छात्रों ने उनपर जातिवाद होने का आरोप लगाते हुए ब्लॉग्स पर वीडियो, सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर मैसेज शेयर कर के उनकी मानहानि की है। पांच दोषी छात्रों को कोर्ट द्वारा छः महीने की सज़ा का आदेश दे दिया गया है। अतिरिक्त मुख्य महानगरी मैजिस्ट्रेट ने पांचो को जमानत के साथ साथ अपील करने का एक महीने का समय भी दिया है। ज़मानत के पांचों को 5,000 रूपये एक हफ्ते के अंदर देने होंगे।

रेड्डी पर श्रीरामुलु ने फ़ैल करने का आरोप लगाया और साथ ही में उनकी सेहत खराब के चलते उन्हें सुविधाजनक क्लास देने से भी इंकार कर दिया। छात्र रेड्डी को हिटलर की बेटी बुलाते हैं और साथ में छात्रों ने रेड्डी को अपना व्यवहार बदलने की चेतावनी भी दी। छात्रों ने रेड्डी पर दलितों को निशाना बनाने का आरोप भी लगाया ।

रेड्डी का कहना है कि उन्होंने केस दर्ज किया कयुनकी पांच छात्रों द्वारा किया जा रहा उत्पीड़न वो बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी। रेड्डी आगे बताती है कि सिर्फ श्रीरामुलु उनका छात्र है बाकी पांच लोगो पता नहीं क्यों उन्हें परेशान कर रहे हैं और ऐसे भोंडे आरोप लगा रहे हैं। श्रीरामुलु सभी सेमेस्टर में फ़ैल हो गया था और जब वो पास होने में असमर्थ रहा तब उसने मुझ पर झूठे झूठे आरोप लगाने आरम्भ किये।

श्रीरामुलु जुलाई 2010 में यूजीसी जूनियर स्कालरशिप मिलने के बाद पांच साल के कोर्स के लिए यूनिवर्सिटी से जुड़ा लेकिन उसका कहना है कि जब दूसरे सेमेस्टर में उसको फ़ैल कर दिया गया तब उसको परेशानियों का सामना करना पड़ा। श्रीरामुलु और दूसरे छात्रों ने रेड्डी पर आरोप लगाए है कि रेड्डी दलित छात्रों से उनके घर वापस लौट जाने को कहती थी, गांव में मोची का काम और मृत लोगो की खाल उतारने को कहती थी। कोर्ट में परीक्षण के दौरान सामने आया की रेड्डी श्रीरामुलु की अध्यापक सिर्फ पहले सेमेस्टर में थी।