पांच करोड़ की ‘डील’ पर पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर ने उठाया सवाल

पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर जूलिया रिबेरो ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नाम एक खुला पत्र लिखकर उनकी ईमानदारी पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि भले ही मुख्यमंत्री ईमानदार हों, पर जो राजनीतिक इच्छा शक्ति दिखानी चाहिए थी वो उन्होंने नहीं दिखाई है। ऐसा लगता है कि वो गुंडों से डरते हैं। उन्होंने लिखा है कि 1984 के दंगों के समय तत्कालीन मुख्यमंत्री वसंतदादा पाटिल ने हिंसक प्रदर्शन करने वाले शिवसेना प्रमुखों को गिरफ्तार करने के आदेश दिए थे। यही वजह है कि हम उन्हें रोक पाए। हालांकि मौजूदा मुंबई पुलिस भी यह करने में सक्षम है। मुख्यमंत्री ने ही ब्रोकर (दलाल) बनकर सुलह कराई। यही वजह है कि पुलिस कुछ नहीं कर पाई। उन्होंने यह बात फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ संबंध में कही।

गौरतलब है कि ‘उड़ी’ हमले के बाद करन जौहर की फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने मुंबई में बैन करने धमकी दी थी। उसके बाद कुछ फिल्म वितर्कों ने भी अपने सीनेमा घरों में इसे दिखाने से माना कर दिया था। उसके बाद मुख्यमंत्री फडणवीस ने बीच-बचाव कर राज ठाकरे और करन जौहर के बीच पांच करोड़ की ‘डील’ कराई थी। इसमें यह तय किया हुआ था कि कोई भी फिल्म निर्माता पाकिस्तानी कलाकारों को लेकर फिल्म नहीं बनाएगा। अगर उन्होंने ऐसा किया तो उन्हें पांच करोड़ का हर्जाना देना होगा, जो आर्मी वेलफेयर फंड में जाएगा।

इससे पहले बुधवार को फडणवीस ने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए अपने मध्यस्था को उचित ठहराया था। हालांकि उन्होंने कहा था कि सेना कल्याण कोष में पांच करोड़ रूपए देने की पेशकश का उन्होंने विरोध किया था।