मगरीबी सिंहभूम जिला से पांच नाबालिग लड़कियों को काम दिलाने के बहाने चेन्नई ले जाने के दौरान पकड़ा गया। लड़कियों के साथ उनके दो मामा और एक दलाल भी पकड़े गये हैं। लोगों ने तमाम को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया है।
जानकारी के मुताबिक, कुमारडुंगी ब्लॉक के नरसंडा व बुरूसाई गांव की पांच लड़कियों को चेन्नई ले जाने के लिए बस से चक्रधरपुर लाया गया था। टाटा-एलेप्पी एक्सप्रेस से तमाम को चेन्नई जाना था। ट्रेन आने में ताखीर होने की वजह से लड़कियां बाजार घूमने के बहाने पवन चौक आ गयीं। इस दरमियान ट्रेन का वक़्त हो जाने पर दलाल बिहार के जमुई जिला के धरम गांव के रहने वाले रमेश पासवान ने लड़कियों के मामा कानू राम पूर्ति व साहु पूर्ति को मोबाइल पर कॉल कर स्टेशन लेकर आने को कहा।
यहां दोनों मामा ने जब लड़कियों को चलने के लिए कहा तो, सभी ने जाने से इनकार का दिया। उन्होंने कहा कि ज़्यादा पैसा मिलेगा तो जायेंगी। इस दरमियान मामा और लड़कियों के दरमियान बकझक होने लगी। उनकी बातें मकई बेचने वाली खातून कांडेराम सामाद की बीवी बाममती बोदरा ने सुना। हो ज़ुबान में चल रही बातचीत को वह पूरी तरह समझ गयी। उसने मामले की जानकारी अपने शौहर को दी। शौहर ने इसकी इत्तिला झामुमो लीडर शशि भूषण सामाड को दी। इस पर मिस्टर सामाड अपने कारकुनों के साथ मौके पर पहुंचे और सब को पकड़ कर सृजन खातून विकास मंच के दंदासाई वाकेय दफ्तर ले गये। इस दौरान मौके पर पहुंचे दलाल को भी लोगों ने पकड़ लिया।
सृजन महिला विकास मंच की सेक्रेटरी नरगिस खातून ने तमाम लड़कियों के बारे में जानकारी हासिल करने के बाद चक्रधरपुर थाना को मामले की इत्तिला दी। चक्रधरपुर पुलिस ने लड़कियों समेत दो मामा और दलाल को पकड़ लिया। सभी को थाने लाया गया।