पांच लोग जिन्हे विज्ञान का पाठ ले लेना चाहिए था

कई सालों से लोगो ने यह पता लगाने की कोशिश की है की महिलाओ के खिलाफ हिंसा क्यों बढ़ रही है ? लोग इन तरीको में क्यों व्यवहार कर रहे हैं ? विजान इन सभी प्रश्नो का उत्तर देने मे असमर्थ रहा है पर डरने की कोई आवश्यतकता नहीं है क्यूंकि कुछ ‘शिक्षित’ लोगो ने इन सवालो के उत्तर दे दिए हैं।

मोर- मोरनी सेक्स एक ऐसा विषय है जिसपर आज कल बहुत चर्चा चल रही है। इसलिए हम आपके सामने कुछ ऐसे तथ्य ला रहे हैं जिनसे पता चल सके की कुछ चीज़े क्यों होती हैं लेकिन इनका विज्ञान के साथ कोई सम्बन्ध नहीं है।

हमारी सूची में सबसे पहले आते हैं: राजस्थान उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश, न्यायमूर्ति महेश चंद शर्मा जिन्होंने अपने सेवानिवृत्ति समारोह में समाचार चैनलों को एक विवादास्पद साक्षात्कार दिया, जो गाय-वध करने के निर्णय के तुरंत बाद आया। उन्होंने कहा, “मोर आजीवन ब्रह्मचारी है और वह मोरनी के साथ कभी सेक्स नहीं करता। मोरनी गर्भवर्ती होने के लिए मोर के आंसू धारण करती है और मोर या मोरनी पैदा करती है। भगवान कृष्ण भी इस कारण से मोर पंख पहनते थे। मयूर पंख संतों, याजकों और मंदिरों द्वारा इसी कारण से प्रयोग में लाया जाता है। इसी तरह गाय के भी बड़े सारे गुण हैं, मेरी धार्मिक मान्यता और मेरे दिल की भावनाओं के अनुसार, इसलिए इसे राष्ट्रीय पशु घोषित किया जाना चाहिए।”

मोर की इन्ही खूबियों की वजह से वे मोर को राष्ट्रीय पक्षी होने का कारण मानते हैं ।

दूसरे हैं, आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार, जो मानते हैं कि बलात्कार, बच्चों के खिलाफ हिंसा और महिलाओं के खिलाफ अन्य सभी अत्याचारों का कारण यह है की हम वेलेंटाइन डे जैसी “पश्चिमी” परंपरा” का उत्सव मनाते हैं।

“भारत में, प्यार पवित्र और धार्मिक माना जाता है। यह राधा-कृष्ण, लैला-मजनू और हीर-रांझा की कहानियों के रूप में गाया गया है, लेकिन पश्चिमी संस्कृति ने प्यार का व्यापार शुरू कर दिया है और वेलेंटाइन डे जैसे त्योहारों को जन्म दिया है, जो ज़िम्मेदार है महिलाओं पर बलात्कार, नाबालिग बच्चों के साथ हिंसा जैसी समस्याओं के लिए,” कुमार ने कहा।

तीसरा मेरा पसंदीदा है: हरियाणा में एक खाप पंचायत ने यह पता लगाने के लिए एक अध्ययन किया कि गांवों में बलात्कार के मामले क्यों बढ़ रहे हैं। अध्ययन के परिणाम आश्चर्यचकित करने वाले हैं।

थुआ खाप पंचायत के नेता जितेंदर छतर ने बताया, ” चाऊमीन हार्मोनल असंतुलन पैदा करती है। यह बलात्कार और सेक्स जैसे कृत्यों की ओर जाने के लिए प्रेरित करती है। आप हमारे शरीर पर
चाऊमीन के प्रभाव को जानते हैं, जो एक मसालेदार भोजन है। इसलिए हमारे बढ़े लोग और पूर्वज हमे हल्का पौष्टिक भोजन खाने की सलाह देते थे।”

चौथे व्यकित हैं , सच्चिदानंदा बाबू , बेंगलरू के एक ज्योतिषी जिन्होंने टीवी के एक कार्यक्रम में कहा की राशियों से अनुमान लगाया जा सकता है की महिलाओं का यौन शोषण कैसे हो सकता है।

उन्होंने कहा कि “यदि लड़की की राशि ‘कन्या’ है, तो 14 से 20 साल की उम्र में लड़की का उसके घर की सीढ़ियों पर बलात्कार हो सकता है”। मेष राशि की महिलाओ के लिए उन्होंने कहा, “जब आपका बलात्कार हो रहा हो, तब आप पेपर पर लिखे सुरक्षा मंत्र को कसकर पकड़े रखे।”

पांचवां, विदेशी विकसित भूमि से है जहाँ अमेरिका के सीनेट कैंडिडेट ने कहा,”यदि एक वैध बलात्कार हो , तो महिला अपने शरीर के उस हिस्से को पूरी तरह बंद करने की कोशिश करे।”