पांच साल में 12 हजार करोड़ सरेंडर

गुजिशता पांच सालों में झारखंड हुकूमत ने तरक़्क़ी कामों का तकरीबन 12 हजार करोड़ सरेंडर कर दिया है। इस बार इंतिख़ाब के वजह ज़ाब्ता कानून लगा हुआ है। इस बार भी तरक़्क़ी कामों की बड़ी रकम सरेंडर होने की उम्मीद जताई जा रही है। माली साल की शुरूआत ज़ाब्ता कानून के साथ शुरू हो रही है। उसके तुरंत बाद मेयर इंतिख़ाब होगा। उस दौरान दारुल हुकूमत में तरक़्क़ी काम पठ रहेगा। उसके बाद बरसात शुरू हो जाएगा। फिर एसेम्बली की तैयारी शुरू हो जाएगी।

ऐसे में 2014 तरक़्क़ी के कामों की नज़र से झारखंड काफी पीछे रहेगा।
मंसूबा खर्च और सरेंडर की हालत (रकम करोड़ में)
वित्तीय वर्ष योजना बजट सरेंडर
2002-03 2651.94 749.14
2003-04 2935.85 912.78
2004-05 4139.88 951.86
2005-06 4519.49 444.41
2006-07 4795.00 911.98
2007-08 6676.00 984.38
2008-09 8015.00 1165.93
2009-10 8200.00 1671.12
2010-11 9590.00 1322.41
2011-12 15300.07 4356.40
2012-13 13772.00 3272.00