पाकिस्तान के वज़ीरे दिफ़ा ख़्वाजा मुहम्मद आसिफ़ ने कहा है कि तुर्कमानिस्तान से अफ़्ग़ानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान और भारत आने वाली गैस पाइपलाइन के मंसूबे को तहफ़्फ़ुज़ दिलाने के लिए पाकिस्तानी हुकूमत तालिबान शिद्दत पसंदों पर अपना असर और रुसूख़ इस्तेमाल करेगी।
तापी के नाम से मशहूर इस गैस पाइपलाइन मंसूबे पर तामीर का काम इतवार 13 अगस्त से शुरू होगा जिसके लिए पाकिस्तानी और भारतीय वज़ीरे आज़म तुर्कमानिस्तान पहुंच रहे हैं।
दस अरब डॉलर की लागत से बनने वाली 1700 किलोमीटर तवील इस पाइपलाइन को दो साल में मुकम्मल होना है। ये पाइपलाइन इबतिदाई तौर पर 27 अरब मकाब मीटर सालाना गैस फ़राहम कर सकेगी जिसमें से दो अरब अफ़्ग़ानिस्तान और साढे़ 12 अरब मकाब मीटर गैस पाकिस्तान और भारत हासिल करेंगे।