हिंदूस्तान और पाकिस्तान के दरमयान सफ़र को आसान बनाने का क़दम उठाया गया है। मर्कज़ी काबीना ने बाअज़ ज़मरों मैं वीज़ा पालिसी को नरम किया है। दोनों मुल्कों में फ़रोग़ पाते ताल्लुक़ात के दरमयान वीज़ा पालिसी में नरमी अहम क़दम है। ज़राए ने कहा कि काबीना ने एक मुआहिदा पर दस्तख़त की मंज़ूरी दी है जिस की रो ( Row) से आम शहरी को हिंदूस्तान के तीन निशानदेही कर्दा शहरों का दौरा करने की इजाज़त होगी।
ताजरीन को नान पुलिस रिपोर्टिंग वीज़ा मल्टी इन्ट्री के साथ दाख़िले की इजाज़त होगी। ये ताजरीन मौजूदा तीन शहरों के बजाय पाँच शहरों का दौरा कर सकते हैं। वीज़ा में नरमी के क़वाइद का इतलाक़ उन ताजिर अफ़राद पर होगा जो दोनों मुल्कों के चैंबर्स की जानिब से काबिल ए ऐतबार सनद रखते हों।
हिंदूस्तान से ये चैंम्बर FICCI और पाकिस्तान की जानिब से फेडरेशन आफ़ पाकिस्तान चेम्बर आफ़ कॉमर्स ऐंड इंडस्ट्रीज़ FPCCI ताजरीन को सनद जारी करने के मजाज़ होंगे। ज़राए ने कहा कि ज़ईफ़ उम्र अफ़राद को मुजव्वज़ा मुआहिदा के मुताबिक़ पुलिस रिपोर्टिंग से मसतसनी क़रार दिया जाएगा।
ये फ़ैसला दोनों मुल्कों के मोतमिद दाख़िला के इजलास से क़ब्ल किया गया है। मोतमिद ऐन दाख़िला की ये मुलाक़ात मई के आख़िरी हफ़्ता में ईस्लामाबाद में होने की तवक़्क़ो है। ज़राए ने कहा कि अगर पाकिस्तानी काबीना ने वीज़ा पालिसी में नरमी करने को मंज़ूरी दे तो दोनों ममालिक के मोतमिद यन दाख़िला मुआहिदा पर दस्तख़त कर सकते हैं।
दोनों ममालिक ने ये फ़ैसला किया था कि वो अपनी वीज़ा पालिसी में नरमी लायेंगे। 8 अप्रैल को सदर-ए-पाकिस्तान आसिफ़ अली ज़रदारी के दौरा हिंद और वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह से मुलाक़ात के दरमयान वीज़ा पालिसी में नरमी लाने का फ़ैसला किया गया था। इस मुआहिदा से दोनों ममालिक में तिजारत को फ़रोग़ हासिल होगा और मौजूदा 2.7 बिलीयन डॉलर्स की तिजारत में मज़ीद इज़ाफ़ा होगा। काबीना ने आज दीगर फ़ैसला भी लिए हैं जिस में मालीयाती इस्लेहात लाने के लिए ज़रूरी समझा गया है।
बैंकिंग क़ानून तरमीमी बल 2011 को काबीना ने मंज़ूरी दी है। इससे आर बी आई को बैंक के तमाम बोर्ड पर बालादस्ती हासिल होगी। इस बिल को पार्लीमेंट के जारीया सेशन में मुतआरिफ़ किया जाएगा। हुकूमत ने बैंक में शेयर होल्डिंग को वोट का हक़ देने की भी तजवीज़ रखी है। का नी मंज़ूरी के बाद मौजूदा 10 फ़ीसद वोटिंग हक़ से बढ़ाकर 26 फ़ीसद किया गया है।