6 नवंबर के दहश्तगर्द हमले के हिन्दुस्तानी गवाहों के बयानात का इंदिराज 8 रुकनी पाकिस्तानी अदालती कमीशन के इजलास पर सख़्त हिफ़ाज़ती इंतेज़ामात के दरमियान आज शुरू हो गया। कमीशन के अरकान एक मजिस्ट्रेट की अदालत में मुंबई हमले के गवाहों पर जरह करने के लिए 11 बजे दिन पहुंच गए थे। ये जरह पड़ोसी मुल्क में 26 नवंबर के मुंबई में दहश्तगर्द हमले के मुश्तबा 7 मुल्ज़िमीन पर जारी मुक़द्दमे के सिलसिले में की जा रही है।
पुलिस अदालत में और एस के अतराफ़-ओ-अकनाफ़ सख़्त चौकसी बरक़रार रखे हुए हैं। अहाते में सख़्त सयान्ती इंतेज़ामात किए गए हैं। कार्रवाई का आग़ाज़ ख़ुसूसी वकील इस्तिग़ासा उज्जवल निकम के कमीशन के अरकान से तआरुफ़ के ज़रीये हुआ। उज्जवल निकम मुक़द्दमे के दौरान हिन्दुस्तान की नुमाइंदगी कररहे थे। हिंदूस्तानी गवाहों ने सिटी मजिस्ट्रेट आर वी सावंत वागले , जिन्होंने अजमल क़स्साब का एतराफ़ी बयान कलमबंद किया था ,तहक़ीक़ाती ओहदेदार रमेश महाले और दो डॉक्टर्स जिन्होंने तसादुम के दौरान हलाक होने वाले दहश्तगरदों का पोस्टमार्टम किया था शामिल थे।
ये पाकिस्तानी अदालती कमीशन का दूसरा दौरा हिंद है। पहले दौरे के दौरान उन्होंने इनही गवाहों के बयानात दर्ज किए थे लेकिन उन्हें जरह करने की इजाज़त नहीं दी गई थी। पाकिस्तानी अदालती कमीशन का दौरा हिंद जारीया साल के अवाइल में मुक़र्रर था लेकिन पाकिस्तान में ख़ुसूसी वकील उस्ता सा के क़तल की वजह से दौरा मुल्तवी कर दिया गया था।पाकिस्तानी कमीशन ने इन्सिदाद-ए-दहशतगर्दी अदालत के दो ओहदेदार ,सफ़ाई के दो गवाह और एक ख़ुसूसी वकील इस्तिग़ासा शामिल हैं।उज्जवल निकम ने कहा कि कमीशन अपने पहले दौरे की रिपोर्ट मौजूदा जुर्म की रिपोर्ट के साथ पेश करेगा।