पाकिस्तानी कलाकारों का विरोध राष्ट्रवाद नहीं बल्कि स्कूली स्तर की दादागीरी है: पूजा भट्ट

मुंबई: उरी हमले के बाद भारत में काम करने वाले पाकिस्तानी कलाकारों के खिलाफ चल रही गतिविधियों के मद्देनज़र अभिनेत्री-फिल्मकार पूजा भट्ट ने ट्विट कर अपना विरोध ज़ाहिर करते हुए कहा कि पाकिस्तानी कलाकारों के खिलाफ चल रही अभियान राष्ट्रवाद नहीं बल्कि स्कूलों में होने वाली दादागीरी है.

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एबीपी न्यूज़ के अनुसार फिल्मकार महेश भट्ट की बेटी पूजा ने शुक्रवार को ट्वीट कर अपने विचार शेयर किए हैं. पूजा के ट्विट हैं “यह न तो राष्ट्रवाद है और न ही ब्लैकमेलिंग. यह ज़्यादा से ज़्यादा स्कूली स्तर पर होने वाली दादागीरी है.”
आपको बता दें कि करन जौहर की निर्देशक वाली फिल्म ‘ए दिल है मुश्किल’ के विरोध में कई राजनीतिज्ञ और संगठन सामने आये भारी विरोध के बाद आखिरकार फ़िल्म की रिलीज़ तय शुदा डेट पर तय पाई है.
‘ए दिल है मुश्किल’ उरी हमले के विवाद के बाद विरोध का शिकार होने वाली पहली फिल्म बनी, इसमें पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान मुख्य भूमिका में हैं.
सिनेमाघर में 28 अक्टूबर को रिलीज होने वाली फिल्म को लेकर करन ने काफी समय बाद अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि उन्हें कुछ लोगों द्वारा राष्ट्रविरोधी करार दिए जाने पर काफी दुख हुआ. उन्होंने आगे कहा कि वह आगे से इन परिस्थितियों में किसी भी पाकिस्तानी कलाकार के साथ काम नहीं करेंगे.
उल्लेखनीय है कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर जारी विवाद का प्रभाव मनोरंजन जगत पर पड़ा है. कई भारतीय संगठनों ने देश में काम कर रहे पाकिस्तानी कलाकारों पर बैन लगा दिया है और कुछ पाकिस्तानी थियेटरों ने भारतीय फिल्मों को दिखाना बंद कर दिया है.