पाकिस्तानी कलाकारों के समर्थन में आए मशहूर फिल्मकार करण जौहर, मनसे को दिया चुभने वाला जवाब

बॉलीवूड के मशहुर निर्माता- निर्देशक करण जौहर ने कहा कि वो उड़ी हमलों के बाद भारत- पाक के रिश्तों के बीच पैदा हुए तनाव को समझ सकते हैं, लेकिन पाकिस्तानी कलाकारों का बॉयकॉट करना आतंकवाद से लड़ने का तरीका नहीं हो सकता।

करण जौहर का ये बयान इस वक्त सामने आया है जब मनसे और शिवसेना जैसी राजनैतिक पार्टियां पाकिस्तानी कलाकारों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मनसे ने बकायदा पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान और माहिरा खान को भारत छोड़ने की चेतावनी है। साथ ही पाकिस्तानी कलाकारों वाली फिल्मों को रिलीज नहीं करने की भी धमकी दी है। पाकिस्तानी कलाकार फ़वाद खान इस वक्त करन जौहर की फिल्म “ए दिल है मुश्किल” में काम कर रहे हैं जो कि दिपावली में रिलीज़ होगी। एनडीटीवी से बात करते हुए करण जौहर ने कहा, मैं अपने इर्द-गिर्द मौजूद गुस्से को समझ सकता हूं और मेरा दिल भी ज़िंदगी के नुकसान पर खुन के आंसू बहा रहा है। कोई भी चीज़ इस तरह के दहशत के अहसास को जायज़ करार नहीं दे सकती,फिर आप को ऐसी सूरते-हाल का सामना करना होता है। ( पाकिस्तानी कलाकारों पर पांबदियों का जिक्र) अगर ये कोई वास्तविक हल है तो इसे अपनाया जाना चाहिए। मगर ये कोई हल नहीं, मैं इस पर यकीन नहीं रखता। बुरी ताकतों से लड़ने के लिए दोनों देशों को साथ में मिलकर तरीका खोजना चाहिए और ये हल किसी मुल्क की हुनर या आर्ट को अपने देश में बैन करना नहीं हो सकता। 44 साल के डायरेक्टर करण जौहर ने कहा कि वो पब्लिकली इस बारे में बात करते हुए घबराहट महसूस कर रहे हैं ‘ ‘मैं ये बात करने पर खौफज़दा हूं, मैं डर और गुस्से को महसूस कर सकता हूं। मेरे इस बयान और पाकिस्तानी कलाकारों के हिमायत करने पर मेरी फिल्मों की रिलीज रोक दी जाए तो मुझे बहुत निराशा होगी क्योंकि मैं मोहब्बत का प्रचार करने वाली फिल्में बनाता हूं और कुछ नहीं।’

जब इन से पूछा गया कि वह धमकी का सामना कैसे करेंगे तो उन का का कहना था ,’मुझे नहीं मालूम ,मैं हर एक से यही इल्तेज़ा करता हूं कि वो हालात को समझें ,ये सूरते-हाल पाबंदियों से ठीक नहीं होगी। इस मसले को हमें हिस्ट्री के पसोपेश में देखना चाहिए और जवाब तलाश करना चाहिए।