पाकिस्तानी तालिबान, सऊदी सालसी में अमन बातचीत का ख़ाहां

ईस्लामाबाद, 11 अक्टूबर (पी टी आई) तहरीक तालिबान पाकिस्तान के एक सरकरदा लीडर ने कहा है कि अगर उन की हुकूमत अमन मुज़ाकरात की पेशकश करती है तो उन का ग्रुप सऊदी अरब जैसे ममालिक से सालसी का किरदार निभाने की ख़ाहिश कर सकता है।

पाकिस्तानी तालिबान कमांडर मौलवी वली अल रहमान महसूद ने कहा कि तालिबान शूरा कौंसल फ़ैसला करेगी कि आया फ़ौज या हुकूमत के साथ अमन मुज़ाकरात किए जाएं लेकिन वो समझते हैं कि इस में इन ममालिक को शामिल किया जाय जिन पर वो भरोसा करते हैं और ऐसे ममालिक अरब दुनिया में हैं।

पाकिस्तानी तालिबान के सरबराह हकीम अल्लाह महसूद के नायब वली अल रहमान मज़ीद कहा कि इन के ग्रुप को अमन बातचीत के लिए हुकूमत से ताहाल कोई रास्ता पेशकश मौसूल नहीं हुई हैं।

उन्हों ने ऐक्सप्रैस टरीबीवन से कहा कि फ़िलहाल हमें कोई रास्ता पेशकश नहीं मिली ही। अगर हमसे रब्त किया जाता है तो मज्लिसे शूरा कोई फ़ैसला करेगी। ताहम उन्हों ने ये नहीं कहा कि शूरा के सरबराह और अरकान कौन हैं। वली अलरहमन ने कहा कि तालिबान इस बात की ज़मानत भी चाहते हैं कि हुकूमत के साथ अगर कोई समझौता होता है तो इस को नाफ़िज़ भी किया जाये।

हालिया ख़बरों से पता चला है कि ख़ैबर पुख़्तून फ़वाह में ज़िला मरदान से ताल्लुक़ रखने वाले अस्करीयत पसंद लीडर शेख़ ख़ालिद शूरा के सरबराह हैं लेकिन हकीम अल्लाह महसूद ही क़तई फ़ैसले करते हैं।

वज़ीर-ए-आज़म यूसुफ़ रज़ा गिलानी की तरफ़ से गुज़श्ता माह तलब करदा सयासी-ओ-मज़हबी क़ाइदीन के एक इजलास ने क़रारदाद मंज़ूर करते हुए मुल्क में अमन की बहाली के लिए मुज़ाकरात और दीगर पुरअमन तरीक़ों की वकालत की थी। कल जमाती क़ाइदीन के इस फ़ैसला से दहश्तगर्दी के ख़िलाफ़ लड़ाई के मसला पर पाकिस्तानी मौक़िफ़ में नुमायां तबदीली का इज़हार होता है। अमरीका की जानिब से पाकिस्तानी जासूस इदारा आई ऐस आई पर अफ़्ग़ानिस्तान में बालू उस्ता जंग करने का इल्ज़ाम आइद किया गया था जिस के बाद ये कल जमाती कान्फ़्रैंस तलब की गई है।