पाकिस्तानी फ़ौज पर हमले बंद करने पाकिस्तानी तालिबान से मुल्ला उम्र की ख़ाहिश

ईस्लामाबाद। 3 जनवरी ( पी टी आई) तालिबान के सालार आला मुल्ला मुहम्मद उम्र ने जो फ़िलहाल रुपोश हैं, अफ़्ग़ानिस्तान और पाकिस्तान में तालिबान तंज़ीमों पर ज़ोर दिया है कि वो एक नया ग्रुप तशकील दें जो अह्द करे कि पाकिस्तानी फ़ौज को हमलों का निशाना बनाना बंद करदिया जाएगा और सिर्फ अफ़्ग़ानिस्तान में ताय्युनात अमरीकी ज़ेर क़ियादत ग़ैर मुल्की फ़ौजीयों पर तवज्जा मर्कूज़ की जाएगी।

मुल्ला उम्र की मुदाख़िलत के बाद अफ़्ग़ान और पाकिस्तानी तालिबान ने एक मुशतर्का पाँच रुकनी मजलिस शौरा तशकील दी है जिस के पाकिस्तानी अस्करीयत पसंद ग्रुपस ने कहा कि पाकिस्तानी अफ़्वाज पर हमले बंद करदेने की हिदायत पर सख़्ती से अमल आवरी को यक़ीनी बनाया जाएगा।

रोज़नामा दी न्यूज़ ने तालिबान के ज़राए के हवाले से ख़बर शाय की है कि मुल्ला उम्र 2001-में तालिबान हुकूमत की इक़तिदार से बेदख़ली के बाद मुसलसल रुपोश हैं। ख़बरों के बमूजब वो कोइटा में या इस के मुज़ाफ़ात में जो पाकिस्तानी सूबा बलोचिस्तान का दार-उल-हकूमतहै, रुपोश हैं। नई मजलिस शौरा मैं हक़्क़ानी नेटवरक और मलवि नज़ीर-ओ-हाफ़िज़ गुल बहादुर की ज़ेर क़ियादत ताक़तवर अस्करीयत पसंद ग्रुपस शामिल हैं

जिन्होंने पाकिस्तानी फ़ौज से पहले ही अमन मुआहिदा करलिया है। नई शौरा मैं हकीम उल्लाह महसूद के पाकिस्तानी तालिबान और मौलाना वली अलरहमन की अस्करीयत पसंद तंज़ीम भी शामिल हैं।