पाकिस्तानी फोर्सेस ने नाटो फोर्सेस को मुश्तइल किया था

वाशिंगटन । 29 नवंबर (पी टी आई) नाटो के फ़िदाई हमले में 24 पाकिस्तानी सिपाहीयों की हलाकत के वाक़िया से क़बल ब्यान किया जाता है के पाकिस्तानी सरहद से अफ़्ग़ानऔर नाटो फोर्सेस पर फायरिंग की गई थी। इस बात का इन्किशाफ़ अफ़्ग़ान और मग़रिबीओहदेदारों के हवाले से मीडीया रिपोर्टस में किया गया है।

इन हलाकतों पर अगरचे पाकिस्तान चिराग़-ए-पा ही, लेकिन वाल स्टरीट जनरल ने काबुल में अमरीकी ओहदेदारों के हवाले से ख़बर दी है के ग़ालिबन तख़रीब कारों ने पाकिस्तानी सरहद के क़रीबी इलाक़ा सेअफ़्ग़ान ठिकानों पर फायरिंग की थी, जिस के जवाब में नाटो को ये हमला करना पड़ा था। इस ब्यान के ज़रीया ईस्लामाबाद इस दावा को चैलेंज किया गया है के नाटो फोर्सेस ने पाकिस्तानी फ़ौजी चौकीयों पर बिलाइशतेआल फायरिंग की थी, जिस के बाद , पहले ही से कशीदा पाक ।

अमरीकी ताल्लुक़ात मज़ीद कशीदगी का शिकार होगए हैं। सरहदी इलाक़ों में बरसर ख़िदमात अफ़्ग़ान ओहदेदारों ने कहा है के इत्तिहादी फोर्सेस ने इस (पाकिस्तानी)इलाक़ा में तालिबान के ठिकानों को निशाना बनाया था कि अचानक पाकिस्तानी फ़ौजी चौकी से इत्तिहादी फोर्सेस पर फायरिंग करदी गई थी। अमरीका के एक सरकरदा फ़ौजी कमांडर जनरल जान ऐलन ने इस वाक़िया पर तबादला-ए-ख़्याल के लिए काबुल में एक इजलासतलब किया,

जिस में उन्हों ने कहा कि अफ़्ग़ान और नाटो फोर्सेस पर इस मुक़ाम से फायरिंग की गई, जहां से उन सिपाहीयों ने मदद की दरख़ास्त की थी। अफ़्ग़ान ओहदेदारों ने कहा कि हुकूमत को यक़ीन है के ये फायरिंग क़रीबी इलाक़ों में सरगर्म तख़रीब कारों की तरफ़ से नहीं बल्कि ख़ुद पाकिस्तानी फ़ौजी चौकी से की गई थी।