पाकिस्तानी फौजियों और तनसीबात (प्रतिष्ठानों) पर हमलों की धमकी

तालिबान से ताल्लुक़ रखने वाले अस्करीयत पसंदों (जंग जूओं) ने धमकी दी है कि पाकिस्तानी फौजियों और सरकारी तनसीबात (प्रतिष्ठानों) पर इसी तरह मज़ीद हमले किए जाएंगे जैसे कि पाकिस्तानी फ़ौजी कैंप पर किए गए थे जिन में 8 फ़ौजी पीर के दिन हलाक हो गए थे। अख़बारी इत्तिलाआत के बमूजब पीर के दिन हमले के मुक़ाम पर पुलिस को एक वरक़ेआ (पेपर) दस्तयाब हुआ है।

ये हमला पाकिस्तानी सूबा पंजाब में शहर गुजरात के करीब किया गया था। वरक़ेआ (पेपर) में मज़ीद हमले करने का अस्करीयत पसंदों (जंग जूओं) की जानिब से इंतिबाह दिया गया है और कहा गया है कि अगर नाटो को रसद की सरबराही की राहदारियां खुली रखी जाएं तो मज़ीद हमले किए जाएंगे। रिपोर्ट के बमूजब पुलिस को एक वरक़ेआ (पेपर) दस्तयाब हुआ जिस में धमकी दी गई है कि अस्करीयत पसंद सरगर्मियां मुस्तक़बिल (भविष्य) में भी जारी रहेंगी।

अगर नाटो को सरबराही जारी रखी जाय। अस्करीयत पसंदों (जंग जूओं) के एक ग्रुप ने एक कार और मोटर सैक़ल इस्तिमाल करते हुए दरयाए चनाब के किनारे फ़ौजी कैंप पर पीर की सुबह हमला कर के सात फौजियों और मुलाज़मीन पुलिस को हलाक कर दिया था। बचाव पार्टी एक पायलट की नाश तलाश कर रही है जो उस वक़्त ग़र्क़ हो गया जबकि 23 मई को फ़ौजी हेलीकाप्टर हादिसा का शिकार हो गया था , इस हमला की ज़िम्मेदारी भी अस्करीयत पसंदों (जंग जूओं) ने क़बूल करली है।