पाकिस्तानी मीडिया ने मोदी को कहा, ‘गधा’ और ‘गुजराती कसाई’

यौम ए जम्हूरिया के मौके पर चीफ गेस्ट बनकर हिंदुस्तान आए अमेरिकी सदर बराक ओबामा के दौरे से पाकिस्तानी मीडिया बौखला गया है. पड़ोसी मुल्क को हिंदुस्तान के पीएम नरेंद्र मोदी और ओबामा की केमिस्ट्री भी रास नहीं आ रही है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चैनल ने अपनी रिपोर्ट में मोदी के लिए बेहद काबिल ऐतराज़ लफ्ज़ों का इस्तेमाल करने से परहेज नहीं किया.

पाकिस्तानी चैनल ARY NEWS के एंकर ने मुहावरे का इस्तेमाल करते हुए वज़ीर ए आज़म मोदी को ‘गधा’ बता डाला. चैनल ने मोदी को गुजरात का कसाई बताते हुए वीजा तनाज़ा पर भी तन्ज़ किए हैं. यहां तक कि अमेरिका के और करीब आते दिख रहे हिंदुस्तान और उसके लीडर को न्यूज चैनल ने मौकापरस्त तक कह डाला.

ARY NEWS चैनल की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मोदी कभी अमेरिका की आंख की किरकिरी थे, आज वही लाडले बने हुए हैं. चैनल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि गुजरात के कसाई नरेंद्र मोदी पर कभी अमेरिका ने पाबंदियां लगा रखी थीं, लेकिन जरूरत पड़ने पर गधे को बाप बनाने का मुहावरा गलत नहीं है. रिपोर्ट में एंकर कहता है कि हवाई अड्डे पर नरेंद्र मोदी और ओबामा की झप्पी बहुत कुछ बता गई.

दिल्ली में जिस तरह ओबामा का इस्तेकबाल किया गया, उससे जाहिर होता है कि हिंदुस्तान , अमेरिका को मक्खन लगा रहा है. बाग में चहलकदमी, अकेले में गुफ्तगू, चाय की चुस्कियां और वह भी मोदी की ओर से चाय बनाया जाना इसके सबूत हैं. और जब पूछा गया कि ये क्यों, तो मोदी बोले परदे में रहने दो.

सलामती कौंसिल में हिंदुस्तान की मुस्तकिल सीट के लिए अमेरिका की मजबूत पैरवी पर भी चैनल ने अपनी रिपोर्ट में फिक्र जताया है. साथ ही सवाल उठाते हुए कहा कि अमेरिका में मोदी के खिलाफ मुकदमा क्यों कायम था और क्यों मोदी के अमेरिका आने पर पाबंदियां लगाई गई थीं.

मोदी पीएम क्या बने, अमेरिका के लिए सब कुछ बदल गया. रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसे मुल्क को सलामती कौंसिल की मुस्तकिल सीट कैसे दी जा सकती है, जहां मुसलमानों के साथ-साथ ईसाई और दूसरे मज़हबों के लोगों के साथ इख्तेलाफ बरता जाता है.

पाकिस्तानी मीडिया ने हिंदुस्तान में हो रहे ख्वातीन के साथ ज़ुल्म व सितम पर भी निशाना साधा और कहा कि जिस मुल्क की दारुल हुकूमत को रेप कैपिटल कहा जाने लगा हो, उसे ऐसे अहम किरदार कैसे दिया जा सकता है. रिपोर्ट में सरहद पर तनाव को भी मुद्दा बनाया है. रिपोर्ट के मुताबिक, सलामती कौंसिल की शर्त है कि रुकन मुल्क का अपने पड़ोसी ममालिक के साथ ताल्लुकात तनावज़दा नहीं होने चाहिए, जबकि हिंदुस्तान ने मुसलसल सरहद पर तनाव बना रखा है.

रिपोर्ट में चीन और बांग्लादेश के साथ हिंदुस्तान के ताल्लुकात पर भी तब्सिरे किये गये है. रिपोर्ट में तंज़ कसते हुए कहा गया कि हिंदुस्तान के चीन और बांग्लादेश से भी रिश्ते सहज नहीं है, ऐसे में मोदी की ओबामा को झप्पी क्या असर दिखाएगी, ये देखने लायक होगा.

रिपोर्ट में पीपीपी के लीडर रहमान मलिक के बयान को भी ARY NEWS टीवी चैनल ने अपनी रिपोर्ट में दिखाया. मलिक के मुताबिक, इससे पहले जब भी ओबामा बात करते थे, तो दोनों फरीक की बात करते थे, लेकिन आज साफ तौर पर पाकिस्तान को नजरअंदाज किया गया है. रहमान ने चार हफ्ते पहले ओबामा से हुई बातचीत का जिक्र करते हुए कहा है ओबामा को हमने मौजूदा हालात से वाकिफ कराते हुए कहा था कि वे और मोदी पेशावर आएं और देखें पाकिस्तान खुद किस तरह दहशतगर्द से लड़ रहा है. रहमान ने कहा कि मोदी शुरू से पाकिस्तान के खिलाफ बयानबाजी करते रहे हैं और इस बार उन्होंने ओबामा को भी इसके लिए मना लिया है.