पाकिस्तानी मक़बूज़ा कश्मीर में सरगर्मीयां बंद करदेने चीन से हिन्दुस्तान का मुतालिबा

हुकूमत पाकिस्तानी मक़बूज़ा कश्मीर में चीन की मौजूदगी पर नज़र रखे हुए है और इस ने चीन से मुतालिबा किया है कि वहां अपनी सरगर्मीयां बंद करदें। वज़ीर-ए-दिफ़ा अरूण जेटली ने आज लोक सभा को इत्तेला दी कि हुकूमत पाकिस्तानी मक़बूज़ा कश्मीर में चीनी सरगर्मीयों पर गहिरी तवज्जे दे रही है।

अपने अंदेशों से चीन को वाक़िफ़ करवा दिया गया है और उनसे ख़ाहिश की गई है कि ऐसी सरगर्मीयां बंद करदें जो एक सवाल का तहरीरी जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि चीन के साथ बाक़ायदा इजलास में हुकूमत उन मसाइल पर तबादला-ए-ख़्याल करचुकी है। बाहमी इलाक़ाई और आलमी मसाइल पर जामि तबादला-ए-ख़्याल होचुका है।

चीनी फ़ौज की हालिया अर्से में मौजूदगी देखी गई है और एक अंदाज़े के बमूजब गुज़िशता दो साल पाँच हज़ार चीनी सिपाही पाकिस्तानी मक़बूज़ा कश्मीर में तैनात और वहां तामीराती सरगर्मीयों में मुलव्विस हैं। श्रीलंका की बहरीया के हिन्दुस्तानी माही ग़ैरों पर हमलों के बारे में सवाल का जवाब देते हुए जेटली ने कहा कि हुकूमत 18जुलाई तक श्रीलंका के गिरफ़्तार करदा 541में से 536 माही ग़ैरों को रिहा करवा चुकी है।

उन्होंने कहा कि 2008 के मुआहिदे के तहत दोनों हुकूमतों ने इत्तेफ़ाक़ किया था कि हिन्दुस्तानी बहरी जहाज़ों पर फायरिंग नहीं की जाएगी और हिन्दुस्तानी माही ग़ैरों को हुकूमत श्रीलंका की जानिब से हस्सास क़रार दिए गए इलाकों में दाख़िल नहीं होना चाहिए। मीज़ईल्स की जांच के इलाक़े के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए वज़ीर-ए-दिफ़ा ने कहा कि डी आर डी ओ ने एंड विमान-ओ-निकोबार जज़ाइर के जज़ीरा रटलैंड में ऐसा इलाक़ा क़ायम करने की तजवीज़ पेश की है।

रियासत सीमा आंध्र के ज़िला कृष्णा में भी ऐसा इलाक़ा क़ायम करने की तजवीज़ है। उन्होंने कहा कि सरहदी शवारा तंज़ीम की जानिब से सड़कों के प्रोजेक्टस‌ में ताख़ीर की वजह जंगलात और माहौलियात की जानिब से मंज़ूरी सख़्त पत्थर के इलाक़े शामिल हैं।