पाकिस्तानी वज़ीर-ए-आज़म की दरगाह अजमेर शरीफ़ में हाज़िरी केख़िलाफ़ एहतेजाज

अजमेर। 9 मार्च (पी टी आई) अजमेर दरगाह मार्किट एसोसीएष्ण और मुक़ामी वुकला ने पाकिस्तानी फ़ौज के हाथों हिंदूस्तानी सिपाहीयों की हलाकत और एक का सर क़लम किए जाने के हालिया वाक़िये के पेशे नज़र पाकिस्तान के वज़ीर-ए-आज़म राजा परवेज़ अशर्फ़ के दौरा अजमेर के मौक़े पर एहतेजाजी मुज़ाहरा करने का एलान किया है।

इससे एक दिन क़बल अजमेर के के एक ज़िम्मेदार ने कहा था कि वो पाकिस्तानी वज़ीर-ए-आज़म के दौरे का बाईकॉट करेंगे। दरगाह मार्किट एसोसीएष्ण के सदर जोधा टेक चंदानी ने पी टी आई से कहा कि बिलउमूम इंतिहाई अहम तरीन शख़्सियात के दौरे के मौक़े पर मुक़ामी बाज़ार सैक्योरटी वजूहात के तहत बंद रखा जाता है लेकिन ज़िला इंतेज़ामीया की तरफ़ से मुक़र्ररा वक़्त से बहुत पहले हम रज़ाकाराना तौर पर अपने कारोबार बंद करदेंगे ।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी वज़ीर-ए-आज़म के दौरे के ख़िलाफ़ एहतेजाज के तौर पर हम ने ये फ़ैसला किया है। अजमेर शरीफ़ के दीवान ज़ीन इला बदीन अली ख़ां ने गुज़िश्ता रोज़ एलान किया था कि पाकिस्तानी फ़ौज के हाथों हाल ही में दो हिंदूस्तानियों की हलाकत और एक का सर क़लम किए जाने के ख़िलाफ़ बतौर एहतेजाज हम पाकिस्तानी वज़ीर-ए-आज़म के दौरा अजमेर का बाईकॉट करेंगे।

अजमेर बार एसोसीएष्ण के एक नुमाइंदा राजेश टंडन ने कहा कि पाकिस्तानी वज़ीर-ए-आज़म राजा परवेज़ अशर्फ़ के क़ाफ़िले की वापसी के बाद इस के गुज़रने के तमाम रास्तों को धोया जाएगा क्योंकि इन (राजा परवेज़) की गुज़रे रास्तों की मिट्टी नापाक होजाएगी। टंडन ने कहा कि राजा परवेज़ अशर्फ़ के लिए वज़ीर-ए-ख़ारजा सलमान ख़ुरशीद ज़ुहराना की ज़याफ़त कररहे हैं जो शर्मनाक है।

इनका इस तरह का खैरमक़दम नहीं किया जाना चाहीए क्योंकि एसा करना हिंदूस्तानियों और बिलख़सूस शहीद सिपाहीयों के अफ़राद-ए-ख़ानदान की तौहीन के मुतरादिफ़ होगा। अली ख़ां ने कहा कि पाकिस्तानी फ़ौज के हाथों हिंदूस्तानी सिपाहीयों की हलाकत के ख़िलाफ़ एहतेजाज किया जा रहा है। दरगाह अजमेर शरीफ़ के दीवान ने कहा कि एक एसा वक़्त जबकि दोनों मुल्कों के दरमियान कशीदगी बढ़ी हुई है और वो भी पाकिस्तान के सबब तो आम तौर पर ये जज़बात पाए जाते हैं कि ज़यारत के लिए आने से क़बल हकूमत-ए-पाकिस्तान के लिए ये ज़रूरी था कि वो हकूमत-ए-हिन्द, तमाम हिंदूस्तानियों और शहीदों के अफ़राद-ए-ख़ानदान से माज़रत ख़्वाही का इज़हार करती।

उन्होंने कहा कि कोई माज़रत ख़्वाही नहीं की गई। ज़ख़मीयों को मुंदमिल करने के लिए कोई क़दम नहीं उठाया गया तो फिर हम किस तरह पाकिस्तानी वज़ीर-ए-आज़म की यहां मौजूदगी को बर्दाश्त करसकते हैं। उन्होंने कहा कि में अपने मुल्क के तमाम शहरीयों और शहीदों के ख़ानदानों के साथ हूँ।

पाकिस्तान से मुतालिबा करता हूँ कि इस दौरे से क़बल मक़्तूल सिपाही का सर पूरे एज़ाज़ के साथ हकूमत-ए-हिन्द को वापिस किया जाये। दीवान के बयान के बरख़िलाफ़ दरगाह शरीफ़ के ख़ादमीन अब पाकिस्तानी वफ़द का इस्तिक़बाल करने के लिए पूरी तरह तैय्यार होगए हैं और कहा कि दरगाह के दीवान के एहतेजाज का राजा परवेज़ के दौरे और मरासिम की अदायगी पर कोई असर नहीं होगा।