ईस्लामाबाद 2१ नवंबर (पी टी आई) अमरीका में पाकिस्तान के सफ़ीर हुसैन हक़्क़ानी ईस्लामाबाद पहुंच गए हैं।आज सदर आसिफ़ अली ज़रदारी समेत आला क़ियादत से मुलाक़ातें कर के माईक मोलन को रवाना करदा मुबय्यना मुरासला के बारे में अपना नुक़्ता-ए-नज़र पेश करेंगी।हुसैन हक़्क़ानी क़ुतर आवर वेज़ की परवाज़ से रात ढाई बजे बेनज़ीर इंटरनैशनल अर पोर्ट ईस्लामाबाद पहुंची।
ज़राए इबलाग़ के सवालों से बचने के लिए वो उक़बा दरवाज़े से ऐवान-ए-सदर चले गए जहां उन की सदर आसिफ़ ज़रदारी से ग़ैर रस्मी मुलाक़ात हुई। दोनों की बाक़ायदा दो बद्दू मुलाक़ात आज होगी।हुसैन हक़्क़ानी को पीपल्ज़ पार्टी की क़ियादत ने अमरीकी ऐडमिर्ल रिटायर्ड माईक मोलन को रवाना करदा मुबय्यना मर साला के बारे में वज़ाहत पेश करने के लिए तलब किया है।
ज़राए के मुताबिक़ हुसैन हक़्क़ानी सदर ज़रदारी , पीपल्ज़ पार्टी की कोर कमेटी के अरकान समेत हुकूमती और फ़ौजी क़ियादत से मुलाक़ातें कर के मंसूर एजाज़ के मुरासला के मुआमले पर वज़ाहत करेंगी।पाकिस्तानी नड़ाद अमरीकी ताजिर मंसूर एजाज़ का दावा है कि ऐडमिर्ल मोलन को हुसैन हक़्क़ानी ने मुरासला रवाना करने के लिए कहा था।
हुसैन हक़्क़ानी मंसूर एजाज़ के दावे की पहले ही तरदीद कर चुके हैं। पी टी आई की इत्तिला के बमूजब आई ऐस आई के सरबराह लफ़टननट जनरल अहमद शुजाअ पाशा ने पाकिस्तानी नज़ाद अमरीकी बिज़नस में मंसूर एजाज़ से मुलाक़ात की ताकि इस दावे की तौसीक़ की जाय कि क्या उन्होंने एक खु़फ़ीया मुरासला अमरीकी इंतिज़ामीया तक पहुंचाने में मदद की थी जिस में मुबय्यना तौर पर हकूमत-ए-पाकिस्तान ने अमरीका से मदद तलब की थी कि वो पाकिस्तानी फ़ौज को इक़तिदार पर क़बज़ा करने से रोकी। एजाज़ के सनसनीखेज़ इल्ज़ामात के पेशे नज़र कि मर साला सदर-ए-पाकिस्तान ज़र्दा ई की इजाज़त से रवाना किया गया था। ये मसला अनतहाईआ हस्सास बन गया है।
रोज़नामा दी न्यूज़ ने ज़राए के हवाला से ख़बर शाय की है कि मंसूर एजाज़ ने 22 अक्टूबर को अहमद शुजाअ पाशा से मुलाक़ात की तौसीक़ कर दी है।