पाकिस्तानी सेना सादे लिबास में हाफिज सईद और सलाउद्दीन की सुरक्षा में लगे

नई दिल्ली। पाकिस्तान को हाफिज सईद और सलाउद्दीन की चिंता सताने लगी है। सूत्रों के मुताबिक हाफिज और सलाउद्दीन को पाकिस्तानी सेना के संरक्षण में रखा गया है। पाकिस्तानी सेना के कमांडो सादे कपड़ों में लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद और हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाउद्दीन की सुरक्षा में लगे हैं। दोनों आतंकियों को लाहौर बेस में रखा गया है।

भारत के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी सेना ने टेरर लॉन्च पैड्स का ठिकाना भी बदल दिया है। अब ये लॉन्च पैड्स नियंत्रण रेखा से 7-8 किलोमीटर अंदर शिफ्ट कर दिए गए हैं। सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान हर इलाके में 10 से 15 आतंकियों के साथ ही पाकिस्तानी सेना के हैंडलर्स मौजूद थे। गौरतलब है कि उरी हमले के जवाब में भारत ने पीओके में चल रहे टेरर कैंपों पर हमला किया था, जिसे पाकिस्तान मानने से इनकार कर रहा है।

गौरतलब है कि भारत में इस सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत कुछ नेता मांग रहे हैं। सबूत के मामले में सेना के एक अधिकारी ने कहा कि भारत के पास सर्जिकल हमलों के पर्याप्त सबूत हैं, लेकिन उन्हें सार्वजनिक कर भारत बात नहीं बढ़ाना चाहता है। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत को लग रहा है कि इस बीच पाकिस्तान में जो बहस शुरू हुई है, उसे देखते हुए वह संदेश देने में कामयाब रहा है। सरकार के दो वरिष्ठ लोगों का मानना है कि पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ ने फिर अपने पैर जमा लिए हैं। भारत मान रहा है कि शरीफ ने हमेशा यह बात समझी है कि कश्मीर को हिंसा से नहीं जीता जा सकता है। करगिल युद्ध के बाद उन्हें यह बात अच्छी तरह से समझ में आ चुकी है। साउथ ब्लॉक में राय यह बन रही है कि सर्जिकल स्ट्राइक से पाकिस्तान के पीएम को पाकिस्तानी सेना के साथ मजबूती से डील करने का मौका मिला है।