पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा सूबे की स्कूली क़ुतुब बोर्ड ने बदउनवानी से बचने और मआशरे में हमआहंगी कायम करने की तालीम देने के मकसद से इस्लाम की पाक किताब क़ुरआन ए पाक और हदीस की आयतों और अच्छे ख़्यालात को क़ुतुब (पाठ्यपुस्तकों) में शामिल किया है।
अखबार डान के वेब एडीशन पर नशर रपट के मुताबिक , यह पहल मआशरे (समाज) में फैली बदउनवानी की बुराई के तईन बेदारी में तेजी लाने के मकसद से की गई है।
क़ुतुब में शामिल किए गए कुरआन के सूरा अल हजरात की 10वीं आयत में इत्तेहाद का पैगाम दिया गया है और साथ ही यह भी कहा गया है, सभी मुसलमान आपस में भाई हैं, इसलिए दो भाइयों के बीच अमन कायम करें और अल्लाह से डरें ताकि अल्लाह तुम पर रहम बख्शे।
बदउनवानी और फिर्कावाराना से बचने की तालीम देने के लिए इसी तरह की बहुत सी आयतें पहली क्लास से 12 वीं क्लास तक की किताबों में शामिल की गई हैं।
किताबें शाय हो चुकी हैं और अप्रैल से शुरू होने वाले सेशन से स्टूडेंट्स को दी जाएंगी। गुजश्ता हुकूमत दहशतगर्द के खिलाफ और अमन की ताइद में शामिल की गई माज़ू (theme) को हटाकर इन आयतों और अच्छे ख्यालात को शामिल किया जाएगा।