अमरीकी विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता मार्क सी टोनर ने कहा है, “ये महत्वपूर्ण है कि पाकिस्तान न केवल देश में बल्कि क्षेत्र में आतंकवादियों को कार्रवाई करने से रोकने के सख्त क़दम उठाए। इसलिए ये ज़रूरी है ज्यादा सहयोग हो, ज्यादा बातचीत हो। इस दिशा में किसी भी क़दम का हम स्वागत करेंगे।”
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने भारत को बातचीत का न्योता दिया है। इसके बारे में पूछे जाने पर टोनर ने कहा, “हम चाहते हैं कि दोनों पक्षों के बीच ज़्यादा बातचीत हो, आंतकवाद के ख़िलाफ़ कदम उठाने पर सहयोग हो। ये दोनों देशों के लिए अच्छा है, क्षेत्र के लिए अच्छा है और अमरीका के लिए भी अच्छा है।”
हाल ही में भारत के गृह मंत्री राजनाथ सिंह की पाकिस्तान यात्रा असफल रही थी। वो सार्क गृहमंत्रियों की बैठक बीच में ही छोड़कर चले आए थे। पाकिस्तान के न्योते के जवाब में भारत का कहना है कि जब तक पाकिस्तान भारत के खिलाफ़ चरमपंथ का समर्थन बंद नहीं करता तब तक बातचीत आगे नहीं बढ़ सकती।
भारत प्रशासित जम्मू कश्मीर में हिज्बुल कमांडर बुरहान वानी की मुठभेड़ में मौत के बाद से वहां हिंसक प्रदर्शन और तनाव का दौर जारी है। पाकिस्तान ने बुरहान वानी की मौत पर गंभीर प्रतिक्रिया जताई थी।
प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ ने इस पर भारत की आलोचना की थी। पाकिस्तान में काला दिवस भी मनाया गया था। भारत ने कश्मीर पर पाकिस्तान के रुख की कड़ी निंदा की थी और इसे देश के अंदरूनी मामले में हस्तक्षेप बताया था।