वॉशिंगटन: अमेरिकी विदेश सचिव जॉन कैरी ने भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से बात की है. आतंकवाद पर अमेरिका ने भारत का समर्थन किया है. उरी में हुए हमले को लेकर अमेरिका भारत के साथ खड़ा है. पाकिस्तान पर चारो ओर से हमले तेज हो गए हैं. अमेरिका ने पाकिस्तान को आतंकियों पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा है. इससे पहले अमेरिकी एनएसए (सुरक्षा सलाहकार) सुसैन राइस ने भारतीय एनएसए अजीत डोभाल को फोन करके उरी हमले पर अपनी चिंता व्यक्त की. इसके साथ ही अमेरिका ने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान आतंकी समूहों पर उचित कार्रवाई करेगा.
उरी अटैक के बाद पहली बार अमेरिकी एनएसए सुसैन राइस ने भारत में अपने समकक्ष अजीत डोभाल से बात की. सुसैन ने कहा कि ”18 सितंबर को उरी के सेना कैंप में सीमापार से हुए हमले की हम निंदा करते हैं और पीड़ित परिवार के साथ हमारी गहरी संवेदनाएं हैं.” आपको बता दें कि यूएन काउंसिल ने कहा कि ”यूएन उम्मीद करता है कि पाकिस्तान लश्कर-ए- तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करेगा.” इसके साथ ही राइस ने कहा कि ”राष्ट्रपति बराक ओबामा आतंक के खिलाफ अपनी लड़ाई और भी बुलंद करेंगे, अमेरिका इस दिशा में काम कर रहा है कि दुनिया में आतंकवाद से पीड़ित लोगों को न्याय मिले.”
अमेरिका की सुरक्षा सलाहकार सुसैन राइस ने अपने भारतीय समकक्ष अजित डोभाल को फोन किया और उरी आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि व्हाइट हाउस पाकिस्तान से संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए गए समूहों से निपटने और उनका सफाया करने के लिए प्रभावी कार्रवाई करने की अपेक्षा रखता है.
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा, ”राजदूत राइस ने बार बार हमारी यह अपेक्षा दोहराई है कि पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मुहम्मद सहित, संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए गए समूहों, व्यक्तियों और उनसे संबद्ध गुटों से निपटने और उनका सफाया करने के लिए प्रभावी कार्रवाई करे.”
सुसैन ने उरी हमले के बाद डोभाल के साथ फोन पर हुई पहली बातचीत में, 18 सितंबर को भारतीय सेना के मुख्यालय पर सीमा पार से हुये हमले की कड़े शब्दों में निंदा की. उन्होंने हमले में शहीद हुए जवानों और उनके परिजनों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की. प्राइस ने कहा, ”उन्होंने दुनिया भर में आतंकवाद के षड्यंत्रकारियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए हमारे प्रयास दोगुने करने की राष्ट्रपति (बराक) ओबामा की प्रतिबद्धता की पुन: पुष्टि की.”
उन्होंने कहा ”राजदूत राइस ने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को आगे बढ़ाने के लिए भारत के साथ हमारी साझा प्रतिबद्धता पर चर्चा की और संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए जाने सहित आतंकवाद की रोकथाम संबंधी मुद्दों पर सहयोग गहरा करने का संकल्प जताया.”