पाकिस्तान: आसिया बीबी की रिहाई का विरोध करने के मामले में सैकड़ों लोग गिरफ्तार

पाकिस्तान पुलिस ने ईसाई महिला आसिया बीबी को ईशनिंदा के इल्जाम से बरी करने के बाद तीन दिन के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा, आगज़नी और तोड़फोड़ के सिलसिले में करीब 250 लोगों को गिरफ्तार किया है।

कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) से समझौता करने के एक दिन बाद सरकार हरकत में नजर आई और उसने प्रदर्शन के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी।

47 साल की आसिया बीबी पर पड़ोसन के साथ झगड़े को लेकर ईशनिंदा का आरोप लगाया गया था और 2010 में उन्हें दोषी ठहराया गया था। पिछले बुधवार को अपने ऐतिहासिक फैसले में सुप्रीम कोर्ट की प्रधान न्यायाधीश साकिब निसार की अगुवाई वाली पीठ ने ईशनिंदा के लिए बीबी को मिली मौत की सजा को पलट दिया था।

इसके बाद टीएलपी और अन्य समूहों की अगुवाई में देशभर में प्रदर्शन शुरू हो गए थे। टीएलपी और अन्य समूहों की अगुवाई वाले प्रदर्शनकारियों ने देश के विभिन्न हिस्सों में प्रमुख राजमार्गों और सड़कों को अवरूद्ध कर दिया था।

गृह मंत्रालय ने दंगाइयों के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू की और टीएलपी के प्रमुख खादिम हुसैन रिज़वी और आला नेता अफजल कादरी समेत पांच हजार लोगों के खिलाफ दंगा करने तथा शांति बाधित करने के आरोप में मामला दर्ज किया।

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने रिपोर्ट दी है कि लाहौर में, पुलिस ने टीएलपी नेताओं समेत 1500 लोगों के खिलाफ सड़कें अवरूद्ध करने और कानून एवं व्यवस्था की समस्या खड़ी करने के आरोप में 11 मामले दर्ज किए हैं।

फैसलाबाद में, पुलिस ने तीन हजार लोगों के खिलाफ 29 मामले दर्ज किए हैं जबकि 218 लोगों को गिरफ्तार किया है। चिनीओट में तीन मामले दर्ज कर 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

सरगोधा में 300 लोगों के खिलाफ दो मामले और जंग में 150 लोगों के खिलाफ दो मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

इस्लामाबाद में एक धार्मिक पार्टी के 20 कार्यकर्ताओं समेत 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ दो मामले दर्ज किए गए हैं। कराची के गुलिस्तां-ए-जौहर और पहलवान गोथ इलाकों में गोली चलाने और लोगों को अपने कारोबार बंद करने के लिए मजबूर करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

प्रधानमंत्री इमरान खान फिलहाल चीन की आधिकारिक यात्रा पर है.। उन्होंने तीन दिन चले प्रदर्शनों के दौरान सरकारी और निजी संपत्ति को क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं पर अपना गुस्सा जाहिर किया है। खबर में कहा गया है कि खान ने उत्पात मचाने में शामिल लोगों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है।