एआईएमआईएम प्रमुख असद्दुदीन ओवैसी ने मंगलवार को दावा किया कि जो मुद्रा स्याही और सिल्वर धागा प्रयोग किया गया है वो भारत और पाकिस्तान के नोटों में एक समान है। पीटीआई से बात करते हुए हैदराबाद सांसद ने कहा कि मुद्रा स्याही और सिल्वर धागा उपलब्ध कराने वाला पाकिस्तान को भी ऐसा ही मुद्रा स्याही और सिल्वर धागा उपलब्ध करा रहा है, इसके बारे में सरकार क्या करेगी।
उन्होंने कहा कि इस नोट बंदी के फैसले ने सबके लिए परेशानियां खड़ी कर दी है, सरकार को पैसे बदलने के लिए कुछ वक्त देना चाहिए था काम से कम 1 महीना देना चाहिए था। ऐसे हालत में भी अगर कोई बहुत बड़ी रकम बैंक में जमा करता तो पकड़ा जा सकता था। आगे उन्होंने कहा कि फिलीपींस में जब नोट बंदी का फैसला किया गया था तो पर्याप्त समय दिया गया था, यूरोप में यूरो प्रस्तुत करने से पहले भी पर्याप्त समय दिया गया था। समय का ध्यान रखना और पर्याप्त समय देना विभिन्न देशों की परम्परा रही है।
ओवैसी ने कहा कि लोक सभा का शीत सत्र कल से आरम्भ होने वाला है और में लोक सभा के स्थगति प्रावेदन के लिए नोटिस दूंगा और नॉट बंदी पर बहस करूँगा जिसनै किसान, गरीब अमीर सबको परेशानी में डाल दिया है लोगों को 2000 के नोट प्रयोग करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि किसी के पास उसका खुला ही नहीं है।
86 प्रतिशत हमारे पैसे 500 और 1000 के नोटों में हैं, सरकार ने इसके लिए न कोई तैयारी की और ना ही कोई योजना बनाई। एटीएम का फिर से व्यासमापन करने में 100 दिन से ज़्यादा तो लगे ही जाएंगे।