पाकिस्तान के दौरे पर आए हुए जर्मन वज़ीरे ख़ारजा फ्रॉंक वाल्टर श्टाइन मावर ने पाकिस्तान और अफ़्ग़ानिस्तान को क़ियाम अमन के तमाम रुकावटें दूर कर के बातचीत जारी रखने का मश्वरा दिया है।
पीर 31 अगस्त को इस्लामाबाद में वज़ीरे आज़म के क़ौमी सलामती और ख़ारजा उमूर के मुशीर सरताज अज़ीज़ के हमराह एक मुशतर्का प्रैस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए जर्मन वज़ीरे ख़ारजा ने दहशतगर्दी के ख़िलाफ़ पाकिस्तान की जद्दो जहद को सराहते हुए कहा कि इस खित्ते में बहुत से ममालिक दहशतगर्दी से मुतास्सिर हैं और वो दहशतगर्दी और इंतेहापसंदी के ख़िलाफ़ लड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे यक़ीन है कि पाकिस्तान ने गुज़िश्ता दिनों और हफ़्तों में दहशतगर्दी को चैलेंज समझ कर क़ुबूल किया है। जर्मन वज़ीरे ख़ारजा का कहना था, बेशक दहशतगर्दी के ख़िलाफ़ इस जद्दो जहद और जंग को फ़तह का ताज उसी वक़्त पहनाया जा सकता है जब बैनुल अक़वामी बिरादरी इस जद्दो जहद की खुल कर और मुकम्मल हिमायत करे।