पाकिस्तान और रूस ने फ़ौजी तआवुन से मुताल्लिक़ एक तारीख़ी मुआहिदे पर दस्तख़त किए हैं। पाकिस्तान की वज़ारते दिफ़ा के मुताबिक़ ये मुआहिदा ख़ित्ते में अमन और इस्तिहकाम लाने में एक संगमेल की हैसियत रखता है।
इस मुआहिदे पर रूसी वज़ीरे दिफ़ा जेनरल सर्गई शोईगो और पाकिस्तानी वज़ीरे दिफ़ाअ ख़्वाजा मुहम्मद आसिफ़ के दरमयान मुलाक़ात के मौक़ा पर दस्तख़त किए गए हैं। ख़्वाजा आसिफ़ ने बाद में एक ब्यान में कहा, इस मुआहिदे के तहत दोनों ममालिक की फ़ौजों के दरमयान ताल्लुक़ात मज़ीद मज़बूत होंगे।
दोनों वुज़राए दिफ़ा ने इस उम्मीद का इज़हार किया है कि इस मुआहिदे से मालूमात के बाहमी तबादले में इज़ाफ़ा होगा। दोनों ममालिक बाहमी एतेमाद और बैनुल अक़वामी सेक्यूरिटी को मज़बूत बनाने और इन्सिदादे दहशतगर्दी और असलहे पर कंट्रोल की सरगर्मीयों में एक दूसरे से तआवुन करेंगे।
रूस इस वक़्त पाकिस्तान के हमसाया मगर मुख़ालिफ़ मुल्क हिंदुस्तान को असलहा मुहैया करने वाला सब से बड़ा मुल्क है और हिंदुस्तान दुनिया में असलहे का सब से बड़ा ख़रीदार है।