पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बृहस्पतिवार को आश्वासन दिया कि वह 33 वर्षीय भारतीय कैदी के मामले पर विचार करेंगे। यह भारतीय नागरिक कथित रूप से ऑनलाइन मित्र बनी एक लड़की से मिलने के लिए अफगानिस्तान के रास्ते अवैध तरीके से पाकिस्तान में घुसा था। फिलहाल वह जेल में बंद है। मुंबई निवासी हामिद निहाल अंसारी को पाकिस्तान में 2012 में गिरफ्तार किया गया। वह फिलहाल पेशावर केन्द्रीय कारागार में बंद है। पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने अंसारी को फर्जी पाकिस्तानी पहचान पत्र रखने को लेकर तीन साल कारावास की सजा सुनाई थी। अंसारी के बारे में सवाल करने पर खान ने भारतीय पत्रकारों के एक समूह से कहा, ‘‘मुझे इस संबंध में जानकारी नहीं है… हम अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे।’’ पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसी ने अंसारी पर ‘हमजा’ के नाम का फर्जी पहचानपत्र रखने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि अंसारी बिना किसी दस्तावेज के अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान आया था।
अंसारी खबर पख्तूनख्वाह में करक से एक दोस्त द्वारा दिए गए फर्जी पहचान पत्र से पाकिस्तान में प्रवेश कर गए थे और कुछ दिनों तक उनके साथ रहे थे.पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ने कुछ दिनों बाद कोहाट शहर के एक होटल से उसे पकड़ लिया. दिसंबर 2015 में, एक सैन्य अदालत ने उसे देश-विरोधी गतिविधियों और जासूसी करने का दोषी पाया।
अंसारी ने हालांकि आरोपों से इंकार किया और पेशावर उच्च न्यायालय में अपनी दोषसिद्धि को चुनौती दी, जहां पाकिस्तान सरकार ने कहा कि जैसे ही उसकी जेल की सजा पूरी हो जाएगी, उसे उसके देश भेज दिया जाएगा.हेगड़े ने आईएएनएस से कहा, “हमने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी इस बाबत अपील की है, जिन्होंने हमें सभी प्रकार की सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है.”पाकिस्तान ने हामिद को दूतावास संबंधी सहायता या उसके माता-पिता को वीजा देने से इंकार कर दिया है