पाकिस्तान की शिकस्त के बाद कोच वाटमोर पर तन्क़ीद

पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के साबिक़ ( पूर्व) कप्तान मोईन ख़ान ने कहा है कि गाल टेस्ट में पाकिस्तान की कारकर्दगी और शिकस्त खिलाड़ियों की ग़ैर मयारी खेल का मुंह बोलता सुबूत है, महसूस होता है कि खिलाड़ियों में इत्तिहाद ( एकता) और राबते ( संपर्क) का फ़ुक़दान है ऐसी सूरत-ए-हाल में कोच वाटमोर पर ज़िम्मेदारी आइद होती है कि वो टीम को मुत्तहिद ( मेल् मिलाप) और हौसलों को बुलंद रखें।

पाकिस्तानी टीम की मायूसकुन कारकर्दगी पर उन्होंने कहा कि वाटमोर श्रीलंका की हालात को बेहतर समझते हैं उन्हें चाहिए कि गिरी हुई टीम को खड़ा करें। अलबत्ता अम्पायरिंग का मयार बहुत नाक़िस रही इससे भी पाकिस्तान को नुक़्सान हुआ है लेकिन एक टीम पौने पाँच सौ बना रही है और दूसरी टीम एक सौ रन पर आउट हो रही है इस नाक़िस कारकर्दगी का कोई जवाज़ नहीं है।

इसकी एक वजह ये भी है कि खिलाड़ी अभी तक वंडे और टवन्टी 20 के खेल से बाहर नहीं निकले हैं। फ़रस्ट क्लास सीज़न भी नहीं हो रहा है। ऐसे में कोच, कप्तान और सेलेलक़्टर्स पर भारी ज़िम्मेदारी आइद होती है कि वो इस टीम के एतिमाद ( एकता) को बहाल करें। साबिक़ टेस्ट फ़ास्ट बौलर सिकन्दर बख़्त ने कहा कि लगता है कि पाकिस्तानी टीम टेस्ट क्रिकेट भूल गई है बहुत ज़्यादा वंडे और टवन्टी 20 की वजह से खिलाड़ियों की तकनीक ( Technique) भी टेस्ट मैचों वाली दिखाई नहीं दे रही है\