पाकिस्तान की सलामती पर जनरल क्यानी का ग़ौर

ईस्लामाबाद ११ दिसम्बर: (पी टी आई) सदर आसिफ़ अली ज़रदारी की सेहत से मुताल्लिक़ क़ियास आराईयों और पाकिस्तान पीपल्ज़ पार्टी की हुकूमत के मुस्तक़बिल पर ग़ैर यक़ीनी पाए जाने के बाद वज़ीर-ए-आज़म पाकिस्तान यूसुफ़ रज़ा गिलानी और ताक़तवर फ़ौजी सरबराह इशफ़ाक़ परवेज़ क्यानी ने क़ौमी सलामती उमूर पर तबादला-ए-ख़्याल किया। गिलानी और क्यानी ने गुज़श्ता माह महमंद कबायली ख़ित्ते में अमरीकी ज़ेर क़ियादत नाटो बमबारी से 24 पाकिस्तानी सिपाहीयों की हलाकत के पस-ए-मंज़र में क़ौमी सलामती का जायज़ा लिया।

दोनों की मुलाक़ात के दरमयान हुई बातचीत से मुताल्लिक़ कुछ वाज़िह नहीं किया गया और सदर आसिफ़ ज़रदारी की सेहत के बारे में भी इन दोनों की बातचीत में तबादला-ए-ख़्याल किया गया है। मंगल के दिन ज़रदारी की अचानक दुबई रवानगी के बाद उन की सेहत के बारे में अफ़्वाहें गशत करने लगी हैं। वो सेहत की बुनियाद पर अस्तीफ़ा देने का इरादा भी रखते हैं।

मेमो गेट तनाज़ा पर फ़ौज की जानिब से अस्तीफ़ा देने के लिए उन्हें ज़ोर दिया जा रहा था। पाकिस्तानी सफ़ीर अमरीका हुसैन हक़्क़ानी को को भी इस खु़फ़ीया मेमो के मसला पर इस्तीफ़ा देना पड़ा था। पाकिस्तान से सीनीयर सहाफ़ी ने कहा है कि ज़रदारी ने इन से बात की है और वो सहतमनद हैं। उन्हों ने वज़ाहत की कि जिन लोगों ने पाकिस्तान छोड़ दिया था वो अपने साथ अपने बच्चों को भी ले गए थी।

लेकिन ज़रदारी अपने साथ अपने फ़र्ज़ंद बिलावल भुट्टो ज़रदारी को नहीं ले गए बल्कि बिलावल ईस्लामाबाद में ही हैं। वज़ीर-ए-आज़म यूसुफ़ रज़ा गिलानी और जनरल क्यानी के दरमयान हुई बातचीत के बाद जारी करदा ब्यान में बताया गया है कि फ़ौज ने अफ़्ग़ानिस्तान से मुत्तसिल सरहद पर इक़दामात किए हैं और दिफ़ाई सलाहीयतों पर नज़रसानी की है। पाकिस्तानी इलाक़ों में किसी भी दरअंदाज़ी को नाकाम बनाया जाएगा।

गिलानी ने कहा कि इन की हुकूमत मलिक के मुक़तदिर आला पर किसी तरह के हमले की इजाज़त नहीं देगी। मुस्तक़बिल में किसी भी किस्म के हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। जनरल क्यानी ने वज़ीर-ए-आज़म से इज़हार-ए-तशक्कुर किया कि उन्हों ने फ़ौज को मुकम्मल इख़तियार देते हुए मुल़्क की सलामती की ज़िम्मेदारी हवाले की है। अमरीका और पाकिस्तान के दरमयान हालिया दिनों में तलहयां पैदा हुई हैं।

26 नवंबर को पाकिस्तानी फ़ौजी सरहदी चौकीयों पर नाटो हमले के मसला पर दोनों मुल्कों के दरमयान कशीदगी पैदा हुई। क़ब्लअज़ीं अमरीकी सफ़ीर कैमरोन मनटर ने वज़ीर-ए-ख़ारजा हिना रब्बानी खुर से मुलाक़ात की और बाहमी ताल्लुक़ात के ताज़ा मौक़िफ़ पर तबादला-ए-ख़्याल किया। खर ने बताया कि दोनों ममालिक के दरमयान ताल्लुक़ात बाहमी एहतिराम की बुनियाद पर होने चाहियॆ। अमरीकी सफ़ीर ने नाटो हमले की तहक़ीक़ात को जल्द से जल्द मुकम्मल करने का तीक़न दिया।