पाकिस्तान के बगै़र अफ़्ग़ानिस्तान में इस्तिहकाम मुम्किन नहीं

लंदन 5 फरवरी (एजैंसीज़) बर्तानवी अख़बार फाउना नशील टाइम्स ने अपने ईदारिया में लिखा है कि फ़ौज और एनटलीजेनस एजैंसीयों की फ़राहम करदा मालूमात पर मुरत्तिब करदा अफ़्ग़ानिस्तान केलिए बनाई गई मग़रिबी ममालिक की पालिसी नाकाम होगई। जुज़वी तौर पर अफ़्ग़ान पालिसी की नाकामी की वजह पाक, अमरीका ताल्लुक़ात का बिगाड़ भी है।

फ़्रांस की तरफ़ से फ़ौजी इन्ख़िला के ऐलान ने अफ़्ग़ानिस्तान की सलामती और इस्तिहकाम के हलारी क्लिन्टन के खोखले दावों का पोल खोल दिया। मग़रिब हिंदूस्तान की नाराज़गी नहीं चाहता मगर पाकिस्तान के बगै़र अफ़्ग़ान ख़ित्ते में इस्तिहकाम मुम्किन नहीं। अफ़्ग़ान जंग के फ़ैसले अमरीका और फ़्रांस में सदारती इंतिख़ाबात पर असरअंदाज़ होंगे। अख़बार के मुताबिक़ अमरीकी वज़ीर-ए-ख़ारजा हलारी क्लिन्टन ने एक बार दावा किया था कि अफ़्ग़ानिस्तान के लिए 2011 सिफ़ारत कारी में इज़ाफे़ का साल होगा।

तबाह शूदा अफ़्ग़ानिस्तान की सलामती और इस्तिहकाम के लिए मज़बूत सिवीलियन को फ़ौजी कोशिशों का साथ देना होगा लेकिन अमरीका और नाटो के इत्तिहादी फ़्रांस ने तए शूदा टाइम फ्रे़म 2014 से क़बल अफ़्ग़ानिस्तान से फ़ौजी इन्ख़िला के ऐलान ने इन तमाम दावों के खोखलेपन को अयाँ करदिया। मसला ये है कि अफ़्ग़ानिस्तान के लिए मग़रिब की पालिसी नाकाम होचुकी है।जिस के पसेपुश्त फ़ौज और एनटलीजेनस ताक़तें कारफ़रमा थीं।