कराची । मशहूर पाकिस्तानी कव्वाली गायक अमजद साबरी की बुधवार दोपहर अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। 45 वर्षीय अमजद अपने एक सहयोगी के साथ कराची के लियाकतबाद इलाके में गए थे, जहां हमलावरों ने उनकी कार पर फायरिंग करना शुरू कर दिया। फायरिंग में वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिसके बाद उन्हें पास के अब्बासी शहीद अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई।
पाकिस्तानी वेबसाइट डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, गुलाम अहमद नाम के एक चश्मदीद ने बताया कि दो अज्ञात हमलावर बाइक से आए और कार पर फायरिंग शुरू कर दी। कार के एक तरफ हमला करने के बाद वे दूसरी ओर गए और उधर भी फायरिंग की। अमजद के सिर में तीन गोलियां लगी थीं और कान में एक गोली लगी थी।
अमजद साबरी मशहूर कव्वाली गायक मकबूल साबरी के भांजे थे, जिनकी 2011 में मौत हो गई थी। मकबूल साबरी ने अपने भाई गुलाम फरीद साबरी के साथ ‘साबरी ब्रदर्स’ के नाम से एक कव्वाली ग्रुप बनाया था, जो 50 के दशक में काफी मशहूर रहा था।
अमजद साबरी पाकिस्तान के बेहद मशहूर और जाने-माने कव्वाली गायक थे। वह न सिर्फ एक बेहतर कव्वाल थे, बल्कि कव्वाली को आधुनिक समय में आम लोगों के बीच ज्यादा से ज्यादा लोकप्रिय बनाने का भी श्रेय काफी हद तक उन्हें जाता है।
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2014 में इस्लामाबद हाई कोर्ट ने सुबह के वक्त कव्वाली का प्रसारण करने पर जियो न्यूज़ और एआरवाई चैनल के खिलाफ ईशनिंदा नोटिस जारी किया था। इन चैनलों ने सुबह के वक्त अमजद साबरी की एक कव्वाली का प्रसारण किया था, जो कि कुछ धार्मिक व्यक्तियों से जुड़ी हुई थी। कोर्ट ने इसे ईशनिंदा की श्रेणी में रखा था।