पाकिस्तान के मौक़िफ़ से फ़राख़दिल वीज़ा निज़ाम मुआहिदा ताख़ीर (देरी/ विलम्ब) का शिकार

हिंदूस्तान ने आज फ़राख़दिल वीज़ा निज़ाम मुआहिदा (Agreement) पर गुज़शता साल पाकिस्तान के साथ दस्तख़त मुल्तवी हो जाने पर तब्सिरा ( चर्चा) करते हुए कहा कि इस ताख़ीर (देरी) का ज़िम्मेदार पाकिस्तान है, जिसके दाख़िली हालात और इस मुल्क के वज़ीर-ए-दाख़िला (गृह मंत्री) की इस मुआहिदा (Agreement) पर दस्तख़त की तक़रीब में सयासी शराकतदारी की ख़ाहिश है।

मोतमिद दाख़िला आर के सिंह ने हिंद । पाक मोतमिदैन दाख़िला सतह की बातचीत के दौरान जो 24 और 25 मई को ईस्लामाबाद में मुनाक़िद (आयोजित) हुई थी, कहा था कि नया वीज़ा मुआहिदा (Agreement/ स्वीकार पत्र) पर दस्तख़त इसलिए नहीं हो सके कि पाकिस्तान ने बाअज़ दाख़िली तबादला-ए-ख़्याल हनूज़ ज़ेर-ए-इलतिवा होने की इत्तिला (खबर) दी थी।

इस सवाल पर कि पाकिस्तान का दौरा करने या अपने हम मंसब को मुआहिदा ( Agreement) पर दस्तख़त के लिए हिंदूस्तान का दौरा करने की दावत देने में क्या रुकावट थी पर मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला पी चिदम़्बरम ने जवाब देते हुए कहा कि हिंदूस्तानी वज़ीर का बैरून-ए-मुल्क दौरा इतना आसान नहीं है। चिदम़्बरम भी मोतमिद दाख़िला के साथ प्रेस कान्फ्रेंस में मौजूद थे, जिन से अख़बारी नुमाइंदा (पत्रकारों) ने ये सवाल किया था।